हल्द्वानी: कुमाऊं की लाइफ लाइन गौला नदी में 2 दिन बाद फावड़े-बेलचे की खनक बंद हो जाएगी. इस बार वन विकास निगम 34 लाख घन मीटर से अधिक की निकासी कर चुका है. करीब एक लाख घन मीटर और निकासी कर गौला नदी को मानसून सत्र तक के लिए बंद कर दिया जाएगा. वन विभाग ने इसकी तैयारी भी पूरी कर ली है.
गौला नदी के वन क्षेत्राधिकारी गणेश त्रिपाठी ने बताया कि इस साल सरकार ने 35 लाख घन मीटर खनन निकासी का लक्ष्य रखा था. इसके सापेक्ष में 34 लाख घन मीटर से अधिक का खनन चुगान गोला नदी से हो चुका है. 2 दिन में बचा हुआ लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा.
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गणेश त्रिपाठी ने बताया कि नदी से अवैध खनन न हो इसके लिए नदी के रास्तों पर जगह-जगह खाई खोदी जाएगी. खाई की मदद से अवैध खनन करने वाले वाहनों को नदी तक पहुंचने से रोका जाएगा. इसके अतिरिक्त खनन को रोकने के लिए सचल दल का गठन भी किया जा रहा है, ताकि नदी से अवैध खनन बिल्कुल न हो सके.
बता दें कि गौला नदी के 11 खनन निकासी गेटों में से विभाग ने 7 खनन गेटों को 15 दिन पहले ही बंद कर दिया गया था. अब दो दिन बाद अन्य चार खनन गेट को बंद किया जाएगा. गौला नदी से होने वाले खनन कारोबार से करीब 25000 मजदूर जुड़े हुए हैं. इसके अलावा साढ़े सात हजार वाहन भी खनन निकासी काम में लगे हुए थे.