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गौला नदी से दो दिन बाद बंद हो जाएगा खनन, अवैध निकासी रोकने के लिए बना स्पेशल प्लॉन

गौला नदी में दो दिन बाद बंद होगा खनन कार्य. 35 लाख घन मीटर खनन निकासी लक्ष्य के करीब विभाग.

गौला नदी.
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Published : May 21, 2019, 12:59 PM IST

Updated : May 21, 2019, 2:18 PM IST

हल्द्वानी: कुमाऊं की लाइफ लाइन गौला नदी में 2 दिन बाद फावड़े-बेलचे की खनक बंद हो जाएगी. इस बार वन विकास निगम 34 लाख घन मीटर से अधिक की निकासी कर चुका है. करीब एक लाख घन मीटर और निकासी कर गौला नदी को मानसून सत्र तक के लिए बंद कर दिया जाएगा. वन विभाग ने इसकी तैयारी भी पूरी कर ली है.

गौला नदी के वन क्षेत्राधिकारी गणेश त्रिपाठी ने बताया कि इस साल सरकार ने 35 लाख घन मीटर खनन निकासी का लक्ष्य रखा था. इसके सापेक्ष में 34 लाख घन मीटर से अधिक का खनन चुगान गोला नदी से हो चुका है. 2 दिन में बचा हुआ लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा.

हल्द्वानी की गौला नदी.

पढ़ें- जल विद्युत परियोजना बनी ग्रामीणों के लिए मुसीबत, आए दिन महसूस होते हैं भूकंप जैसे झटके

गणेश त्रिपाठी ने बताया कि नदी से अवैध खनन न हो इसके लिए नदी के रास्तों पर जगह-जगह खाई खोदी जाएगी. खाई की मदद से अवैध खनन करने वाले वाहनों को नदी तक पहुंचने से रोका जाएगा. इसके अतिरिक्त खनन को रोकने के लिए सचल दल का गठन भी किया जा रहा है, ताकि नदी से अवैध खनन बिल्कुल न हो सके.

बता दें कि गौला नदी के 11 खनन निकासी गेटों में से विभाग ने 7 खनन गेटों को 15 दिन पहले ही बंद कर दिया गया था. अब दो दिन बाद अन्य चार खनन गेट को बंद किया जाएगा. गौला नदी से होने वाले खनन कारोबार से करीब 25000 मजदूर जुड़े हुए हैं. इसके अलावा साढ़े सात हजार वाहन भी खनन निकासी काम में लगे हुए थे.

हल्द्वानी: कुमाऊं की लाइफ लाइन गौला नदी में 2 दिन बाद फावड़े-बेलचे की खनक बंद हो जाएगी. इस बार वन विकास निगम 34 लाख घन मीटर से अधिक की निकासी कर चुका है. करीब एक लाख घन मीटर और निकासी कर गौला नदी को मानसून सत्र तक के लिए बंद कर दिया जाएगा. वन विभाग ने इसकी तैयारी भी पूरी कर ली है.

गौला नदी के वन क्षेत्राधिकारी गणेश त्रिपाठी ने बताया कि इस साल सरकार ने 35 लाख घन मीटर खनन निकासी का लक्ष्य रखा था. इसके सापेक्ष में 34 लाख घन मीटर से अधिक का खनन चुगान गोला नदी से हो चुका है. 2 दिन में बचा हुआ लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा.

हल्द्वानी की गौला नदी.

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गणेश त्रिपाठी ने बताया कि नदी से अवैध खनन न हो इसके लिए नदी के रास्तों पर जगह-जगह खाई खोदी जाएगी. खाई की मदद से अवैध खनन करने वाले वाहनों को नदी तक पहुंचने से रोका जाएगा. इसके अतिरिक्त खनन को रोकने के लिए सचल दल का गठन भी किया जा रहा है, ताकि नदी से अवैध खनन बिल्कुल न हो सके.

बता दें कि गौला नदी के 11 खनन निकासी गेटों में से विभाग ने 7 खनन गेटों को 15 दिन पहले ही बंद कर दिया गया था. अब दो दिन बाद अन्य चार खनन गेट को बंद किया जाएगा. गौला नदी से होने वाले खनन कारोबार से करीब 25000 मजदूर जुड़े हुए हैं. इसके अलावा साढ़े सात हजार वाहन भी खनन निकासी काम में लगे हुए थे.

Intro:स्लग-गोला नदी खनन सत्र समाप्त 3 दिनों के भीतर बंद हो जाएगी गोला नदी।
रिपोर्टर -भावनाथ पंडित हल्द्वानी
एंकर - खनन के रूप में सरकार को सबसे ज्यादा राजस्व देने वाली गौला नदी मानसून सत्र के लिए बंद होने जा रही है। इस बार से 35 लाख घन मीटर खनन निकासी के सापेक्ष में वन विकास निगम ने 34 लाख घन मीटर से अधिक की निकासी कर चुका है। संभवत निकासी लक्ष्य 2 दिनों के भीतर पूरा हो जाएगा जिसके बाद गौला नदी आगामी सत्र तक के लिए बंद होने जा रही है ।जिसके लिए वन विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है।


Body:कुमाऊ की लाइफ लाइन कहे जाने वाली गौला नदी में 2 दिन बाद नदी में फोड़े -बेलचे की खनक बंद हो जाएंगे। गौला नदी के वन क्षेत्राधिकारी गणेश त्रिपाठी का कहना है कि इस वर्ष सरकार द्वारा 35 लाख घन मीटर खनन निकासी का लक्ष्य रखा गया था जिसके सापेक्ष में विभाग ने 34 लाख घन मीटर से अधिक का खनन चुगान गोला नदी से हो चुका है। संभवत 2 दिन के अंदर में लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा जिसके बाद मानसून सत्र के लिए नदी को बंद कर दिया जाएगा। गणेश त्रिपाठी ने बताया कि नदी से अवैध खनन ना हो इसके लिए नदी के रास्तों पर जगह-जगह खाई को दी जाएगी जिससे कि कोई भी वाहन नदी में प्रवेश न कर सके। इसके अतिरिक्त खनन को रोकने के लिए सचल दल का गठन भी किया जा रहा है जिससे की नदी से अवैध खनन बिल्कुल ना हो सके।

वाइट- गणेश त्रिपाठी वन क्षेत्राधिकारी गोला रेंज


Conclusion:गौरतलब है कि गौला नदी के 11 खनन निकासी गेटो मैं विभाग ने 7 खनन गेटो को 15 दिन पूर्व ही बंद कर चुका है जबकि बाकी चार खनन गेट को बंद करने जा रहा है।
गौरतलब है कि गौला नदी से होने वाले खनन कारोबार से करीब 25000 मजदूर जुड़े हुए हैं। इसके अलावा साढ़े सात हजार वाहन भी खनन निकासी काम में लगे हुए थे। अब खनन से जुड़े सभी कारोबारियों को अगले सत्र तक नदी के खुलने का इंतजार रहेगा।
Last Updated : May 21, 2019, 2:18 PM IST
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