हल्द्वानी: कालाढूंगी रेंज में पांच साल की मासूम को निवाला बनाने वाली मादा गुलदार को आखिरकार वन विभाग के पिंजरे में कैद कर लिया गया है. जिसके बाद वनकर्मियों ने गुलदार को वाहन से सेंटर ढेला रामनगर रेस्क्यू सेंटर भेजा है. बताया जा रहा है कि वन निहाल बीट में मेथिसाह नाले के पास लगाए गए पिंजरे में मादा गुलदार कैद हुई है. वहीं, गुलदार को पकड़ने के लिए ग्रामीणों ने काफी दिनों तक धरना प्रदर्शन भी किया.
पांच साल की मासूम को मादा गुलदार ने बनाया था निवाला: बता दें कि कालाढूंगी वार्ड नंबर एक निवासी पांच वर्षीय बालिका गौरी पुत्री राजू गैड़ा 2 नवंबर की शाम आंगन में अपनी बहनों के साथ खेल रही थी, तभी मादा गुलदार ने मासूम को अपना निवाला बना लिया था. घटना के बाद घर से कुछ दूरी पर मासूम का शव क्षत-विक्षत अवस्था में बरामद हुआ था. आबादी वाले क्षेत्र की घटना से स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश था.
गुलदार को लेकर लोगों में दहशत: घटना के बाद से गुलदार लगातार आबादी क्षेत्र में दस्तक दे रहा था, जिससे लोगों में दहशत बनी हुई थी. वन विभाग को गुलदार को पकड़ने के लिए क्षेत्रवासियों का गुस्सा झेलने के साथ ही कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. गुलदार के पिंजरे में कैद होने की सूचना पर गुलदार को देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा.
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मादा गुलदार की उम्र 4 साल: क्षेत्राधिकारी मुकेश जोशी ने बताया कि पकड़ा गया गुलदार मादा गुलदार है और इसकी उम्र 4 वर्ष है. गुलदार को पकड़ने के लिए कैमरा ट्रैप के साथ-साथ तीन पिंजरे लगाए गए थे. उन्होंने बताया कि पकड़ा गया गुलदार संभवता बालिका को निवाला बनाने वाला गुलदार है.
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