हल्द्वानी: उत्तराखंड में एक अप्रैल से गेहूं खरीद शुरू होने जा रही है. प्रदेश में गेहूं खरीद के लिए आरएफसी ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. वहीं सरकार ने गेहूं खरीद का न्यूनतम समर्थन मूल्य भी जारी कर दिया है. क्षेत्रीय खाद्य नियंत्रक अधिकारी कुमाऊं मंडल बीएस चलाल ने बताया कि इस बार प्रदेश में गेहूं की अच्छी पैदावार हुई है. उत्तराखंड में 2 लाख 84 हजार हेक्टेयर में गेहूं की बुआई हुई है. 8.60 लाख मीट्रिक टन गेहूं उत्पादन की उम्मीद है.
बीएस चलाल ने बताया कि गेहूं खरीद के लिए केंद्र और उत्तराखंड सरकार ने समर्थन मूल्य जारी कर दिया है. पिछले साल गेहूं का समर्थन मूल्य ₹2015 प्रति कुंतल था, जो इस साल बढ़कर 2125 रुपए प्रति कुंतल हो गया है. उन्होंने बताया कि गेहूं खरीद 1 अप्रैल से 30 जून तक की जाएगी. प्रदेश सरकार ने कुमाऊं और गढ़वाल मंडल में 2.90 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य रखा है.
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उन्होंने बताया कि गेहूं खरीद के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. खरीद करने वाली सभी एजेंसियों को निर्देशित किया जा चुका है. खरीद केंद्रों पर तौल कांटा, बारदाना आदि पहुंचाने का काम भी पूरा किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि कुमाऊं मंडल में 166 तौल कांटों के माध्यम से गेहूं की खरीद होनी है. किसानों से गेहूं खरीद के एक सप्ताह के भीतर में उनका भुगतान ऑनलाइन उनके खाते में भेज दिया जाएगा. गेहूं की नई खरीद नीति के लिए शासन और मंडल स्तर पर मीटिंग हो चुकी है. सभी अधिकारियों को गेहूं खरीद में पूरी तरह से पारदर्शिता बरतने के निर्देश दिए गए हैं.