रामनगर: नैनीताल जिले के रामनगर में भू-माफिया अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. फल पट्टी क्षेत्र में उत्तराखंड हाईकोर्ट ने पेड़ों की कटाई पर रोक लगा रखी है बावजूद इसके रातों-रात क्षेत्र में फलदार पेड़ों को काटा जा रहा है. वहीं, इतना कुछ होने के बाद भी संबंधित विभाग के अधिकारी आंख बंद कर बैठे हुए हैं. रामनगर में भू-माफिया ने कॉलोनियां विकसित करने के लिए 82 पेड़ों पर आरियां चलाई है.
रामनगर में 12 फरवरी को बगीचा मालिक ने आम के हरे भरे पेड़ों पर आरी चलाते हुए 50 पेड़ों को काट दिया. हालांकि, जैसे ही ये सूचना वन विभाग की टीम को मिली वे भी मौके पर पहुंची और बगीचा मालिक पर 50 हजार रुपए का जुर्माना लगा दिया. वहीं, इसके बाद भी बगीचा मालिक नहीं रुका और उसने बाद में इसी तरह से 82 पेड़ और काट दिए. ये पूरा मामला रामनगर के तेलीपुरा क्षेत्र का है.
बता दें कि पूर्व सीएम दिवंगत एनडी तिवारी ने अपनी सरकार में इस इलाकों को फल पट्टी क्षेत्र घोषित किया था, लेकिन मुनाफे के चक्कर में आकर यहां लोगों ने हरे-भरे पेड़ों को काटकर कंक्रीट के जंगल खडे़ कर दिए. वहीं, लगातार आवासीय कॉलोनियों के नाम पर भू-माफिया यहां हरे भरे फलदार पेड़ों को काट रहे हैं.
इस बारे में जब रामनगर वन प्रभाग तराई पश्चिमी के प्रभागीय वन अधिकारी बलवंत सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि बगीचे के मालिक ने लोपिंग या अन्य किसी भी प्रकार के कार्य के लिए वन विभाग से कोई अनुमति नहीं ली थी. वृक्ष अधिनियम के तहत बगीचे के मालिक पर कार्रवाई की जा रही है.
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वहीं, इस बारे में रामनगर सीओ बलजीत सिंह भाकुनी ने कहा कि दोषी किसी भी प्रकार से बख्शे नहीं जाएंगे. इस मामले में जफर अहमद की तरफ से उन्हें एक तहरीर मिली है, जिसमें लाला शांतिकुमार, हाजी अंसार हबीबुर्र रहमान, असलम और अमजद पर आरोप लगा है कि उन्होंने 82 पेड़ों को काटा है. साथ ही 24 पेड़ों की वो चोरी भी कर रहे थे, जिन्हें रंगे हाथ पकड़ा है. सभी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.