हल्द्वानीः सुशीला तिवारी अस्पताल (Sushila Tiwari Hospital) के 700 से अधिक कर्मचारी बीते 47 दिनों से बुद्ध पार्क में स्थायी नियुक्ति और समान कार्य समान वेतन की मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं. कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर लगातार प्रदर्शन भी कर रहे हैं. ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत आज कर्मचारियों के समर्थन में धरना स्थल पर पहुंचे. उन्होंने कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि उनकी सरकार आने पर मांगों को पूरा किया जाएगा. इस पर कर्मचारियों ने दो टूक कहा कि आपके कार्यकाल में मांगें उठाई गई थीं, लेकिन हुआ कुछ नहीं.
सुशीला तिवारी अस्पताल के उपनल कर्मचारियों ने हरीश रावत से कहा कि आपकी सरकार रहते हुए कर्मचारियों ने अपनी मांगों को रखा था, लेकिन उन मांगों को आपने नहीं माना. इस पर हरीश रावत ने कहा कि उस समय परिस्थितियां नहीं थी, जिसके चलते उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि प्रदेश में अगर फिर से कांग्रेस की सरकार आएगी तो कर्मचारियों की मांगों को पूरा किया जाएगा.
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हरीश रावत ने कर्मचारियों से मुलाकात करते हुए कहा कि उनके हड़ताल पर चले जाने से सुशीला तिवारी अस्पताल के काम प्रभावित हुए हैं. ऐसे में सरकार को चाहिए था कि इन कर्मचारियों की मांगों को पूरा कर देना चाहिए. इस दौरान हरीश रावत ने हड़ताली कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि उनकी सरकार आते ही हड़ताली कर्मचारियों की मांगों को पूरा कर दिया जाएगा.
बता दें कि सुशीला तिवारी अस्पताल के 700 से अधिक उपनल कर्मचारी बीते 47 दिन से कार्य बहिष्कार कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. कर्मचारी समान कार्य, समान वेतन और स्थायी नियुक्ति आदि की मांग पर अड़े हैं. ऐसे में सुशीला तिवारी अस्पताल का काम प्रभावित हुआ है. वहीं, कर्मचारियों ने बिना अपनी मांगों को पूरा हुए हड़ताल नहीं खत्म करने की बात कही है.
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अब तक क्या हुआ? गौर हो कि उपनल कर्मचारियों की मानदेय वृद्धि की मांग को लेकर सरकार ने उप समिति का गठन किया था. उप समिति ने उपनल के जरिए कार्यरत संविदा कर्मियों को उनकी श्रेणी के अनुसार मानदेय वृद्धि की सिफारिश की थी. इसके तहत अकुशल श्रमिकों को न्यूनतम 15 हजार, अर्द्ध कुशल को न्यूनतम 19 हजार, कुशल को न्यूनतम 22 हजार और अधिकारी वर्ग को 40 हजार मानदेय देना प्रस्तावित किया गया था.
जिसके बाद यह प्रस्ताव मंत्रिमंडल के समक्ष मंजूरी के लिए रखा गया. ऐसे में बीते 12 अक्टूबर को हुई कैबिनेट बैठक में सीएम धामी ने 10 साल से अधिक सेवा देने वाले उपनल कर्मचारियों का मानेदय 3000 रुपए और 10 साल से कम सेवा देने वाले कर्मचारियों का मानदेय 2000 रुपए बढ़ाने की मंजूरी दे दी है. इसके बावजूद कर्मचारी संतुष्ट नहीं हैं.