हल्द्वानी: बीते दिनों कुमाऊं मंडल में आई भारी आपदा के चलते लोगों को जानमाल का नुकसान उठाना पड़ा है. कई लोगों के मकान बह गए तो कई लोगों की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं. ऐसे में आपदा के 10 दिन बाद भी लोगों तक सहायता राशि नहीं पहुंचने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल ने सवाल खड़े किए हैं.
हरीश चंद्र दुर्गापाल ने कहा है कि उनके विधानसभा क्षेत्र में आपदा से भारी नुकसान पहुंचा है. कई लोगों के मकान बह गए हैं तो कई किसानों के भूमि और फसल बर्बाद हो चुकी है. लेकिन आपदा के नाम पर मंत्री और अधिकारी केवल दौरा कर रहे हैं और लोगों तक राहत नहीं पहुंच पा रहे हैं.
पढ़ें-बारिश ऐप के बाद मंत्री धन सिंह रावत का नया बयान, अब गांवों में खुलवाएंगे 'घास की दुकान'
उन्होंने कहा है कि आपदा के बाद कई मंत्री, विधायक के अलावा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और आला अधिकारी भी आपदा पीड़ितों से मुलाकात कर मदद देने की बात कही. लेकिन आपदा के 10 दिन बाद भी पीड़ितों को मुआवजे की राशि तक नहीं दी गई है. यहां तक की पीड़ितों को सरकार द्वारा ₹3000 का झुनझुना पकड़ा कर आपदा पीड़ितों को अपमानित करने का काम किया है. दुर्गापाल ने सरकार से मांग उठाई है कि जिन लोगों के मकान बह गए हैं, सरकार उनको मकान बना कर दें.
पढ़ें-हरक के बदले सुर ने बढ़ाई BJP की चिंता, निर्णायक की भूमिका में हरीश रावत बन रहे रोड़ा?
इसके अलावा ₹50000 उनको तुरंत सहायता दी जाए, जिससे उनको थोड़ी राहत मिल सके. दुर्गापाल ने कहा है कि उनके विधानसभा क्षेत्र के गौलापार और बिंदुखता क्षेत्र में किसानों को भारी नुकसान पहुंचा है. किसानों के जमीन बहने के साथ-साथ फसल की भी बर्बादी हुई है, ऐसे में सरकार को चाहिए कि उन किसानों को तुरंत मदद दी जाए.