हल्द्वानी: हरिद्वार में फूड प्वॉइजनिंग का मामला सामने आने के बाद हल्द्वानी में भी खाद्य सुरक्षा विभाग हरकत में आया है. खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने फलाहारी कई खाद्य पदार्थों के नमूनों की सैम्पलिंग की. विभाग द्वारा कुट्टू का आटा, सिंघाड़े का आटा, साबूदाना एवं सत्तू आदि के कुल पांच नमूने लेकर टेस्टिंग के लिए लैब भेजे गये हैं.
विभागीय टीम द्वारा रामपुर रोड, देवललचौड़, छड़ायल, गैस गोदाम रोड पर स्थित खाद्य पदार्थ के व्यापारियों के यहां निरीक्षण किया और नमूने लिए गए. जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजय कुमार ने बताया कि संग्रहित किये गये नमूनों को जांच हेतु खाद्य एवं औषधि प्रयोगशाला रुद्रपुर भेजा गया है. उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा निरीक्षण, निगरानी एवं नमूना संग्रहण की कार्रवाई नवरात्रों के दौरान लगातार जारी रहेगी. इस संबंध में जनता को भी जागरूक होने की आवश्यकता है.
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वहीं व्रत के लिए कुट्टू का आटा खरीदते समय यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि आटा भारत की खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) से लाइसेंस प्राप्त है या नहीं. साथ ही दुकान पर आटा अधिक समय से न रखा हो. आटे का प्रयोग करने से पहल उसे छान लें तथा भली-भांति देख लें कि उसमें कीड़े न हों. खाद्य सामग्री में किसी प्रकार की शिकायत होने पर विभागीय अधिकारियों, वेबसाइट https://foscos.fssai.gov.in पर लॉगइन कर अथवा food safety connect एप के माध्यम से शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
हरिद्वार में क्या हुआ था? : कुट्टू के आटे से बने पकवान खाने से दो दिन पहले हरिद्वार में 122 लोग बीमार हो गए थे. बीमार लोगों को हरिद्वार के जिला अस्पताल, कनखल स्थित रामकिशन मिशन, भूमानंद और श्यामपुर कांगड़ी स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जिलाधिकारी ने कुट्टू के आटे की बिक्री पर रोक लगाने के निर्देश जारी कर दिए. इसी घटना से हल्द्वानी जिला प्रशासन ने सबक लिया है.