नैनीताल: अगर आप नैनीताल घूमने का मन बना रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए है, क्योंकि इन दिनों नैनीताल के होटल और रेस्टोरेंट आपके लिए बीमारियां परोस रहे हैं. इसका खुलासा खाद्य सुरक्षा विभाग की छापेमारी के दौरान हुआ है.
बता दें, उत्तराखंड में पहली बार तेल की गुणवत्ता को नापने के लिए खाद्य विभाग नैनीताल, उधम सिंह नगर, देहरादून और हरिद्वार में छापेमारी कर रहा है. छापेमारी के लिए खाद्य विभाग को केंद्र सरकार की ओर से एक विशेष प्रकार की टीपीसी मशीन दी गई है, जो तेल की गुणवत्ता को नापने का काम करती है. इसी मशीन से ये चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं.
खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने नैनीताल के रेस्टोरेंट में छापेमारी कर कुकिंग ऑयल की जांच की. पता चला कि नैनीताल के लगभग सभी होटलों और रेस्टोरेंट्स में जहरीले तेल का इस्तेमाल किया जा रहा है. नैनीताल में करीब 150 से ज्यादा रेस्टोरेंट और होटल ऐसे हैं, जहां पर तेल की गुणवत्ता में टोटल पोलराइज कंपाउंड (टीपीसी) 25% से ज्यादा पाया गया है. कई जगहों पर तेल इतना अशुद्ध था कि मशीन भी तेल की गुणवत्ता नहीं माप सकी.
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खाद्य सुरक्षा अधिकारी अश्विनी सिंह बताते हैं कि कुकिंग ऑयल की शुद्धता की मात्रा 25% से कम होती है, लेकिन नैनीताल के लगभग सभी रेस्टोरेंट्स में टीपीसी की मात्रा 40% से ऊपर पाई गई है. जिसके बाद खाद्य विभाग की टीम ने छापेमारी के दौरान कई सैंपल लिए हैं और जांच के लिए लैब में भेजा गया है.