ETV Bharat / state

सुशीला तिवारी अस्पताल में लगीं डायलिसिस की पांच नई यूनिट

author img

By

Published : Dec 8, 2020, 12:36 PM IST

कुमाऊं के सबसे बड़े सुशीला तिवारी अस्पताल में दशकों पुराने डायलिसिस मशीनों को अस्पताल प्रशासन ने बदल दिया है. यहां डायलिसिस की पांच नई मशीनें लगाई गई हैं.

dialysis in Sushila Tiwari Hospital
सुशीला तिवारी अस्पताल में डायलिसिस की नई यूनिट.

हल्द्वानी: बताया जा रहा है कि सुशीला तिवारी अस्पताल में 1998 में स्थापित 8 डायलिसिस मशीनों में पांच मशीन खराब हो चुकी थीं. तीन मशीनों से कोविड-19 के मरीजों इलाज चल रहा था. ऐसे में डायलिसिस के मरीजों को हो रही परेशानी को देखते हुए 5 नई डायलिसिस यूनिट इंस्टॉल की गई हैं

मरीजों की सहूलियत को देखते हुए यूनिट का एरिया भी बढ़ाया गया है. एसटीएच में साल 1998 में आठ मशीनों के साथ डायलिसिस यूनिट लगाई गई थी. इसमें से पांच मशीन खराब हो गई थीं. कोरोना संक्रमण शुरू होने के बाद तीन मशीनों को कोविड मरीजों के लिए रिजर्व कर दिया गया. ऐसे में अब 5 यूनिटों से आम आदमी का इलाज किया जाएगा.

अस्पताल के प्राचार्य चंद्रप्रकाश भैसोड़ा ने बताया कि यूनिट में पांच नई मशीनें इंस्टॉल की गई हैं. यूनिट में लगे बेड भी बदल दिए गए हैं. यूनिट की फर्श, वायरिंग और पानी के लिए नया आरओ प्लांट लगाया गया है.

यह भी पढ़ें-बोर्ड परीक्षा के फॉर्म भरने की तारीख में फिर हुआ बदलाव, ये है नया आदेश

गौरतलब है कि वर्तमान में सुशीला तिवारी अस्पताल में रोजाना 4 से 5 मरीजों का डायलिसिस हो रहा था. ऐसे में यूनिट के तैयार हो जाने से मरीजों की संख्या में वृद्धि होगी और मरीजों की को राहत मिलेगी.

एसटीएच में लगी डायलिसिस मशीनों में बीपीएल कार्ड धारकों का निशुल्क डायलिसिस हो रहा है. वहीं आयुष्मान कार्ड धारक भर्ती मरीजों को भी सुविधा निशुल्क मिल रही है. आम आदमी को ₹500 में डायलिसिस की सुविधा मिल रही है.

प्राइवेट अस्पतालों में डायलिसिस की कीमत 2,000 से ढाई हजार रुपए है. ऐसे में सुशीला तिवारी अस्पताल में 5 नई यूनिट की स्थापना होने से सबसे ज्यादा गरीब मरीजों को फायदा मिलेगा.

हल्द्वानी: बताया जा रहा है कि सुशीला तिवारी अस्पताल में 1998 में स्थापित 8 डायलिसिस मशीनों में पांच मशीन खराब हो चुकी थीं. तीन मशीनों से कोविड-19 के मरीजों इलाज चल रहा था. ऐसे में डायलिसिस के मरीजों को हो रही परेशानी को देखते हुए 5 नई डायलिसिस यूनिट इंस्टॉल की गई हैं

मरीजों की सहूलियत को देखते हुए यूनिट का एरिया भी बढ़ाया गया है. एसटीएच में साल 1998 में आठ मशीनों के साथ डायलिसिस यूनिट लगाई गई थी. इसमें से पांच मशीन खराब हो गई थीं. कोरोना संक्रमण शुरू होने के बाद तीन मशीनों को कोविड मरीजों के लिए रिजर्व कर दिया गया. ऐसे में अब 5 यूनिटों से आम आदमी का इलाज किया जाएगा.

अस्पताल के प्राचार्य चंद्रप्रकाश भैसोड़ा ने बताया कि यूनिट में पांच नई मशीनें इंस्टॉल की गई हैं. यूनिट में लगे बेड भी बदल दिए गए हैं. यूनिट की फर्श, वायरिंग और पानी के लिए नया आरओ प्लांट लगाया गया है.

यह भी पढ़ें-बोर्ड परीक्षा के फॉर्म भरने की तारीख में फिर हुआ बदलाव, ये है नया आदेश

गौरतलब है कि वर्तमान में सुशीला तिवारी अस्पताल में रोजाना 4 से 5 मरीजों का डायलिसिस हो रहा था. ऐसे में यूनिट के तैयार हो जाने से मरीजों की संख्या में वृद्धि होगी और मरीजों की को राहत मिलेगी.

एसटीएच में लगी डायलिसिस मशीनों में बीपीएल कार्ड धारकों का निशुल्क डायलिसिस हो रहा है. वहीं आयुष्मान कार्ड धारक भर्ती मरीजों को भी सुविधा निशुल्क मिल रही है. आम आदमी को ₹500 में डायलिसिस की सुविधा मिल रही है.

प्राइवेट अस्पतालों में डायलिसिस की कीमत 2,000 से ढाई हजार रुपए है. ऐसे में सुशीला तिवारी अस्पताल में 5 नई यूनिट की स्थापना होने से सबसे ज्यादा गरीब मरीजों को फायदा मिलेगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.