नैनीतालः सरोवर नगरी नैनीताल का रामगढ़, मुक्तेश्वर और धारी क्षेत्र फलों के उत्पादन के लिए जाना जाता है. इन क्षेत्रों में होने वाले फलों की मांग हर साल दिल्ली, मुंबई, कोलकाता समेत कई महानगरों में होती है. हर साल महानगरों के लोग पहाड़ के आडू, पुलम, खुबानी फलों का इंतजार करते हैं. लेकिन इस बार महानगरों के लोगों को इन पहाड़ी फलों का स्वाद चखने को नहीं मिलेगा.
बता दें कि कोरोना महामारी के चलते मैदानी क्षेत्रों की अधिकांश बड़ी फल मंडियां बंद हैं, जिस वजह से फलों का निर्यात दिल्ली, मुबई, कोलकाता समेत अन्य महानगरों को नहीं हो पा रहा है. इस बार पहाड़ों में आड़ू, पुलम, खुबानी समेत विभिन्न फलों की बंपर पैदावार हुई है. फलों की बंपर पैदावार देखकर किसान पहले खुश नजर आ रहे थे. लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण लगे कोरोना कर्फ्यू से किसान मायूस नजर आ रहे हैं.
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नहीं मिल रहा उचित मूल्य
काश्तकारों का कहना है कि बीते साल भी कोरोना महामारी के कारण काफी नुकसान हुआ था. इस बार भी कोरोना के चलते उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. उनके द्वारा जो फल हल्द्वानी मंडी भेजा जा रहा है. उनका उन्हें उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है.
गर्मियों में बढ़ जाती है डिमांड
कुमाऊं विश्वविद्यालय में बॉटनी के प्रोफेसर ललित तिवारी बताते हैं कि आड़ू, पुलम, खुबानी समेत अन्य फलों में विटामिन-C की भरपूर मात्रा होती है. जो स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक होते हैं. जिस वजह से गर्मियों के मौसम में इन फलों की मांग देश के अन्य राज्यों में बढ़ जाती है.