हल्द्वानी: 14 अगस्त से अफ्रीकी देश गिनी की नेवी द्वारा हिरासत में लिए गए हल्द्वानी के सौरव स्वार सहित सभी भारतीयों की रिहाई के लिए आज परिजनों ने हल्द्वानी के बुद्ध पार्क में स्थानीय लोगों के साथ धरना प्रदर्शन किया. परिजनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सभी भारतीयों की सकुशल रिहाई की मांग की है. सौरभ (Haldwani Saurabh in Guinea) सहित 16 भारतीयों से अब नहीं संपर्क नहीं हो पा रहा है. गिनी में फंसे सभी भारतीयों ने इंटरनेट मीडिया पर शेयर की गई सभी पोस्टों को हटा दिया है. तमाम घटनाक्रम से गौलापार हल्द्वानी के सौरभ स्वार एवं देहरादून के तनुज मेहता के परिजन परेशान हैं.
इससे पहले सौरभ के परिजन हल्द्वानी एसडीएम कार्यालय पहुंचे. जहां उन्होंने ज्ञापन देते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत सौरभ की रिहाई की मांग को लेकर ज्ञापन दिया. इस दौरान हल्द्वानी एसडीएम मनीष कुमार सिंह ने कहा कि सौरभ स्वार सहित अन्य फंसे भारतीयों के रिहाई के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं.
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गौलापार हल्द्वानी के सौरभ स्वार और देहरादून के तनुज मेहता ओएसएम फ्लीट मैनेजमेंट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के कर्मचारी हैं और एमटी हीरोट ईडन शिप में काम करते हैं. सौरभ ने बताया था कि उनकी कंपनी का जहाज सभी देशों में जाता है और कच्चे तेल का ट्रांसपोर्टेशन करता है. इस दौरान हल्द्वानी एसडीएम मनीष कुमार सिंह ने ईटीवी भारत का धन्यवाद अदा किया. उन्होंने कहा सौरभ स्वार सहित अन्य फंसे भारतीयों के रिहाई को लेकर ईटीवी भारत लगातार खबरें दिखा रहा है. जिसके बाद ही केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट ने भी इसका संज्ञान लिया. उन्होंने विदेश मंत्रालय से मुलाकात करने की बात क मामले में हर संभव मदद देने की बात कही है.
गिनी में हिरासत में हैं 16 भारतीय नाविक: अफ्रीकी देश गिनी में उत्तराखंड के सौरभ स्वार और तनुज मेहता समेत भारत के 16 शिप क्रू मेंबर हिरासत में लिए गए हैं. जहाज पर कुल 26 शिप क्रू मेंबर हिरासत में हैं. इन लोगों ने एक बार फिर से वीडियो जारी कर अपने आप को बचाने की गुहार लगाई है. वीडियो में पानी के जहाज के क्रू कह रहे हैं कि गिनी अब उनको नाइजीरिया नेवी के हवाले करने जा रहा है. ऐसे में अब उनकी जान पर खतरा बना हुआ है.
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14 अगस्त से हिरासत में हैं नाविक: जहाज के क्रू मेंबर 14 अगस्त से शिप में फंसे हुए हैं, जहां गिनी नेवी ने तीन महीनों से जहाज के अंदर ही उनको हिरासत में रखा है. उत्तराखंड के दोनों नाविकों ने केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट को ईमेल भेजकर भी मदद मांगी है. रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने इस संबंध में विदेश मंत्री एस जयशंकर से मिलकर हल निकालने का आग्रह भी किया.
उत्तराखंड के दो नाविक भी हिरासत में हैं: उत्तराखंड के हल्द्वानी गौलापार निवासी सौरभ ने बताया कि आठ अगस्त को उनका जहाज 26 नाविकों को लेकर कच्चा तेल भरने के लिए नाइजीरिया के एकेपीओ टर्मिनल पहुंचा था. लेकिन तेल भरने से पहले ही नाइजीरिया के इशारे पर 14 अगस्त को पश्चिम अफ्रीकी देश गिनी की नौसेना ने उनके जहाज को कब्जे में ले लिया.
शिप पर तेल चोरी और नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए जहाज के सभी 26 क्रू मेंबर को पिछले 14 अगस्त से हिरासत में रखा है. इनमें 16 भारतीय नाविक भी शामिल हैं. जहाज के क्रू मेंबर भारत सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से हस्तक्षेप कर छुड़ाने की गुहार लगाने के लिए वीडियो भी शेयर कर चुके हैं.
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ये है पूरा मामला: तेल भरने के लिए उनका जहाज टर्मिनल से निकला तो नाइजीरिया ने तेल चोरी का आरोप लगा दिया और गिनी की समुद्री सीमा में प्रवेश करते ही नाइजीरिया के इशारे पर गिनी की नौसेना ने जहाज को रोक लिया. जहाज में सवार सभी लोगों को हिरासत में लेते हुए पूछताछ की गई.
उनके द्वारा बताया गया कि आपके द्वारा नियमों का उल्लंघन किया गया है. जिस पर उनकी कंपनी इसका जुर्माना भी भर चुकी है. नौसेना द्वारा शिप में हिरासत में रखा गया है. उनसे तीन से चार बार पूछताछ भी की जा चुकी है. वह यहां से छूटते हैं तो आगे नाइजीरिया के नौसेना कर्मी तैनात हैं, जो उन्हें आगे बढ़ने से रोक सकते हैं.