नैनीताल: उत्तराखंड में मुख्यमंत्री को बदले हुए 3 महीने से अधिक हो गया है, लेकिन अब तक उपचुनाव नहीं हुआ है. जिसको लेकर एक ओर जहां विपक्ष लगातार भाजपा सरकार (BJP government) को घेरने में लगा हुआ है. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (Former Chief Minister Trivendra Singh Rawat) भी खुलकर सामने आ गए हैं.
त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि उपचुनाव (by-election) को लेकर निर्वाचन आयोग (Election Commission) को जल्द फैसला करना चाहिए. क्योंकि चुनाव एक संवैधानिक प्रक्रिया है और कोई भी व्यक्ति 6 माह से अधिक समय तक बिना चुनाव जीते मुख्यमंत्री पद पर नहीं रह सकता. लिहाजा, लोकतंत्र की परंपरा और संवैधानिक व्यवस्था को देखते हुए नियम का पालन होना चाहिए.
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वहीं, नैनीताल पहुंचे त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सूखा ताल क्षेत्र में बन रही 26 करोड़ की लागत से कृतिम झील का निरीक्षण किया. त्रिवेंद्र सिंह रावत के कार्यकाल में इस झील के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया था, जो त्रिवेंद्र का ड्रीम प्रोजेक्टों में से एक है. इस दौरान त्रिवेंद्र रावत ने झील का काम कर रहे अधिकारियों को गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के आदेश दिए.
वहीं, कुमाऊं मंडल विकास निगम के जीएम एपी बाजपेई ने त्रिवेंद्र रावत को बताया कि मार्च 2022 तक प्रथम फेज में कार्य पूरा कर लिया जाएगा. झील को पुनर्जीवित करने के साथ ही पूरे क्षेत्र में करीब 15 पंप लगाए जाएंगे, जिससे जमा हुए पानी को बाहर करने के बाद भूमिगत पानी को बोरिंग से निकालकर झील में छोड़ा जाएगा, जिससे पानी की शुद्धता भी बनी रहेगी.
इस दौरान त्रिवेंद्र रावत ने कार्यकर्ताओं के साथ राज्य अतिथि गृह में आयोजित कार्यक्रम में पीएम मोदी की मन की बात भी सुनीं.