हल्द्वानी: इस बार समय से बारिश और बर्फबारी ना होने से चिंता बढ़ गई हैं. बारिश और बर्फबारी ना होने के कारण इसका असर जल स्रोत पर पड़ सकता है. साथ ही किसानों को फसल बर्बाद होने की चिंता सताने लगी है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि पहाड़ों पर बारिश और बर्फबारी नहीं हुई तो गर्मियों के समय पेयजल संकट गहरा सकता है.
गहरा सकता है पेयजल संकट: गर्मी आने में अभी समय बाकी है. समय से बारिश और बर्फबारी ना होने के कारण पर्यटन कारोबारियों, किसानों की चिंता बढ़ने के साथ सिंचाई विभाग और जल संस्थान की चुनौतियां भी बढ़ सकती हैं. बारिश और बर्फबारी नहीं होने से भविष्य में पेयजल की समस्या को देखते हुए जिला प्रशासन ने सभी विभागीय अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं. जबकि पर्वतीय अंचलों में सिंचित भूमि ना होने के कारण फसल बारिश पर निर्भर होती है. लेकिन जिस तरह से इस बार हालात बने हुए हैं, उसने किसानों की चिंताओं को बढ़ा दिया है.
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डीएम ने अधिकारियों को किया निर्देशित: भीमताल और नैनीताल शहर के लोगों के लिए पीने की पानी की सप्लाई भी झील से होती है, बारिश से ये झीलें रिचार्ज होती है, लेकिन बारिश ना होने से झील के जलस्तर पर असर पड़ सकता है. ऐसे में जल संस्थान के साथ-साथ जिला प्रशासन भी चिंतित नजर आ रहा है. जिलाधिकारी नैनीताल वंदना सिंह का कहना है सिंचाई विभाग और कृषि विभाग को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश जारी किए गए हैं. साथ ही कहीं से भी सूखे या पेयजल जैसी कोई समस्या सामने आती है तो विभाग को इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं.