हल्द्वानी: आमतौर पर एक अक्टूबर से प्रदेश की नदियों से खनन कार्य शुरू हो जाता है. लेकिन इस बार नदियों से अभी तक खनन कार्य शुरू नहीं हो पाया है. प्रदेश सरकार को नैनीताल जनपद की नदियों से सबसे ज्यादा खनन से राजस्व की प्राप्ति होती है. ऐसे में जिलाधिकारी ने खनन समिति की बैठक कर जल्द नदियों से खनन कार्य शुरू करने के निर्देश दिए हैं. जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने अधिकारियों को हर हाल में 15 अक्टूबर तक खनन की तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए हैं. प्रशासन नदियों का जल स्तर कम होने का इंतजार कर रहा है.
गौर हो कि प्रदेश सरकार को खनन से सबसे ज्यादा राजस्व की प्राप्ति होती है. लेकिन इस बार खनन सत्र में देरी हो रही है. देरी होने का मुख्य कारण नदियों में पानी और तैयारियां में लेट-लतीफी बताई जा रही है. यहां तक की नदियों से खनन के लिए कार्यदायी संस्था वन विकास निगम अभी तक अपने खनन कार्य में लगे तौल कांटे इंटरनेट की व्यवस्था के अलावा खनन निकासी गेटों को भी दुरुस्त नहीं कर पाया है. जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल का कहना है कि गौला नदी, नंधौर नदी और दाबका नदी में खनन कार्य शुरू करने के लिए जिला खनन समिति की बैठक की जा चुकी है.
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बैठक में निर्णय लिया गया है कि खनन कार्य में लगे वाहनों का रजिस्ट्रेशन तुरंत किया जाए. इसके अलावा वाहनों को रोस्टर के आधार पर नदियों से खनन कार्य में लगाया जाए. खनन कार्य में पूरी तरह से पारदर्शिता के लिए निकासी गेटों पर सीसीटीवी कैमरे वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाने के भी निर्देश दिए गए हैं. साथ ही अधिकारियों को हर हाल में 15 अक्टूबर तक खनन की तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने बताया कि नंधौर नदी में काफी अधिक मात्रा में इस बार उप खनिज आया है. ऐसे में नदी में अतिरिक्त निकासी गेटों की भी व्यवस्था की जाएगी. कुछ नए वाहनों का भी पंजीकरण किया जाएगा, जिससे खनन कार्य में तेजी लाई जा सके.