नैनीताल: नैनीताल पंत पार्क क्षेत्र में फड़ लगाने को लेकर लंबे समय से चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीते दिन एक बार फिर फड़ व्यवसायियों और पालिका के अधिशासी अधिकारी अशोक कुमार वर्मा के बीच जमकर विवाद हुआ.प्रदर्शनकारियों का कहना है जब तक पालिका के द्वारा पुरानी लिस्ट की जांच करा कर नई लिस्ट नहीं बनाई जाती तब तक वह फड़ संचालित करते रहेंगे.
गौर हो कि हाईकोर्ट के निर्देश पर 121 स्थानीय लोगों को फड़ लगाने की अनुमति मिली थी. लेकिन बाहरी क्षेत्र के लोगों के द्वारा इन स्थानीय लोगों की आड़ पर पांच सौ से अधिक फड़ संचालित कर दिए. जिन को नियंत्रित करने के लिए बीते दिनों पालिका प्रशासन के द्वारा पंत पार्क क्षेत्र को चार जोन में बांटकर 121 लोगों को दुकान लगाने के लिए स्थान चिन्हित किया गया था. जिसके बाद पालिका की टीम चिन्हित लोगों को स्थान आवंटित करने के लिए पहुंची, जिसका फड़ व्यवसायियों ने जमकर विरोध किया.
पढ़ें-हरक सिंह ने त्रिवेंद्र-हरदा को बताया 'दगा कारतूस', दोनों धुरंधरों की मुलाकात पर कसा तंज
फड़ व्यवसायियों का कहना है कि पालिका के द्वारा मनमाने ढंग से नैनीताल के बाहरी क्षेत्र के व्यक्तियों को लिस्ट में शामिल कर दिया है, जिसका अब वो विरोध कर रहे हैं. लिहाजा पालिका द्वारा नए सिरे से स्थानीय लोगों को लिस्ट में सम्मिलित करते हुए नई लिस्ट जारी करनी चाहिए.पालिका की टीम का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों का कहना है जब तक पालिका के द्वारा पुरानी लिस्ट की जांच करा कर नई लिस्ट नहीं बनाई जाती तब तक वह फड़ संचालित करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि चाहे इसके लिए उन्हें जेल ही क्यों न जाना पड़े. वहीं नगर पालिका द्वारा फड़ आवंटित करने से पहले टीम की सुरक्षा को देखते हुए पुलिस बल की मांग की गई.