नैनीताल: नैनीताल हाईकोर्ट और प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद वन विभाग वन भूमि में अतिक्रमण को लेकर अलर्ट है. बारापत्थर क्षेत्र में वन विभाग ने दर्जनभर से अधिक अतिक्रमणकारियों को हटाया है. अधिकांश लोग उत्तर प्रदेश के रामपुर, सुवार, दढ़ियाल निवासी थे. ये लोग लंबे समय से वन विभाग की भूमि पर कब्जा करके रह रहे थे.
नैनीताल में वन भूमि से हटाया गया अतिक्रमण: नैनीताल में वन विभाग ने बारापत्थर क्षेत्र में वन भूमि पर हुए अतिक्रमण पर कार्रवाई करते हुए दर्जन भर से अधिक झुग्गी झोपड़ी और आधा दर्जन पक्के घरों पर धवस्तीकरण की कार्रवाई की. मूसलाधार बारिश के बावजूद अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जारी रही. वन विभाग के एसडीओ एचएस गहतोड़ी ने बताया कि कुछ लोगों ने लंबे समय से वन विभाग की भूमि पर अवैध रूप से कब्जा किया हुआ था.
चेतावनी के बाद भी डटे थे अतिक्रमणकारी: वन विभाग ने अवैध रूप से सरकारी भूमि पर रहने वाले लोगों पर कार्रवाई करते हुए पूर्व में धवस्तीकरण की कार्रवाई भी की थी. वन विभाग की कार्रवाई के कुछ दिनों बाद अतिक्रमणकारियों ने पुनः वन विभाग की भूमि पर घर बना लिये. जिसके बाद वन विभाग में अपनी भूमि की पैमाइश और सीमांकन कार्रवाई करते हुए अवैध रूप से वन भूमि पर रह रहे लोगों को कई बार नोटिस जारी करते हुए अतिक्रमण हटाने की चेतावनी दी थी. जिसके बावजूद भी अतिक्रमणकारियों ने वन भूमि से अतिक्रमण नहीं हटाया. जिन पर कार्रवाई करते हुए वन विभाग, जिला प्रशासन, नगर पालिका और पुलिस बल की मदद से सरकारी भूमि पर हुए अतिक्रमण को हटाया गया.
वन भूमि पर काबिज परिवारों ने दर्ज की आपत्ति: वन भूमि से अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान वन भूमि पर काबिज लोगों ने प्रशासन की कार्रवाई पर आपत्ति दर्ज की. अतिक्रमण विरोधी अभियान की जद में आए परिवारों का कहना है बीते कई वर्षों से वो क्षेत्र में रह रहे थे. अचानक प्रशासन की टीम उनके घरों को तोड़ने पहुंची है जो गलत है.
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अभियान के दौरान भारी पुलिस बल रहा क्षेत्र में तैनात: बारापत्थर क्षेत्र में हुए अतिक्रमण को हटाने के दौरान क्षेत्र में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा. सीओ विभा दीक्षित ने बताया सुरक्षा की दृष्टि से क्षेत्र में पुलिस बल तैनात की गई थी. क्षेत्र में रह रहे लोगों ने खुद ही अपना अतिक्रमण हटा लिया और कार्रवाई शांति रूप से संपन्न हुई.