हल्द्वानी: उत्तराखंड की गिनती देश के शांत राज्यों में की जाती है. इसके बावजूद यह भी सच है कि राज्य में आपराधिक घटनाओं में बढ़ोत्तरी हो रही है. इसी कड़ी में कुमाऊं मंडल में बच्चों के साथ होने वाले आपराधिक घटनाओं में लगातार इजाफा हो रहा है. यहां दुष्कर्म, छेड़छाड़ मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है. बात कुमाऊं मंडल की करें तो इस साल सितंबर माह यानी 9 महीनों में पॉक्सो एक्ट के तहत 270 मामले दर्ज किए गए हैं.
डीआईजी कैंप कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक वर्ष 2019 में बच्चों से होने वाले अपराध के तहत पॉक्सो एक्ट के 188 मामले दर्ज किए गए थे, जबकि 2020 में 196 मामले दर्ज किए गए हैं जबकि इस साल सितंबर माह तक 270 मामले दर्ज किए जा चुके हैं. जिससे साफ जाहिर हो रहे हैं कि कुमाऊं मंडल में बच्चों से होने वाले अपराध में लगातार वृद्धि हो रही है. बात लड़कियों के हो रही घटनाओं की करें तो यहां 2019 में 171, 2020 में 189 और 2021 में 262 मामले पॉस्को के तहत दर्ज किए गए हैं. लड़कों के साथ होने वाले आपराधिक घटनाओं की करें तो 2019 में 17, 2020 में 7 और 2021 में 8 मामले पॉस्को के तहत दर्ज किए गए हैं. अपराध के बढ़ते मामलों को साफ देखा जा सकता है.
दुष्कर्म के मामले
साल | घटनाएं |
2019 | 87 |
2020 | 131 |
2021 से अभी तक | 160 |
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लड़कियों के अपहरण के मामले
साल | अपहरण |
2019 | 43 |
2020 | 46 |
2021 से अब तक | 66 |
डीआईजी कुमाऊं नीलेश आनंद भरणे का कहना है कि बच्चों के साथ होने वाले अपराध को रोकने के लिए पुलिस द्वारा समय-समय पर जन जागरूकता अभियान चलाया जाता है. इसके अलावा सभी थाने चौकी द्वारा स्कूलों में जाकर बच्चों से होने वाले अपराध को लेकर जागरूक अभियान चलाया जाता है. साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से भी इस तरह के अपराधों से बचने के लिए जन जागरूकता फैलाई जा रहा है. डीआईजी का मानना है कि पॉक्सो की धाराओं में वृद्धि हुई है लेकिन अधिकतर मामलों में पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर चुकी है.