रामनगर: कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में हर 4 साल में होने वाली बाघों की गणना का कार्य अक्टूबर में शुरू होगा. इसको लेकर राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (National Tiger Conservation Authority) की ओर से कॉर्बेट के अधिकारी व स्टाफ का प्रशिक्षण कार्य संपन्न कर दिया गया है.
बता दें, इससे पहले कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में 2018-19 में बाघों की गणना का कार्य किया गया था, जिनमें कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में 231 बाघ पाए गए थे. वहीं, कॉर्बेट टाइगर रिजर्व ने 2019 में बाघों की आंतरिक गणना करवाई थी, जिसमें बाघों की संख्या 231 से बढ़कर 252 पहुंच गई थी. वहीं, अब फेज 3 के तहत अक्टूबर माह से कॉर्बेट पार्क में बाघों की गणना का कार्य शुरू किया जाएगा. यानी 2021-22 के चक्र की कार्रवाई शुरू हो चुकी है.
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार ने बताया कि ऑल इंडिया टाइगर ऐस्टीमेशन का कार्य एनटीसीए, डब्ल्यूआईआई (Wildlife Institute of India) और स्टेट फारेस्ट डिपार्टमेंट द्वारा कराया जाता है, जो हर 4 वर्षों में किया जाता है. जबकि, टाइगर रिजर्वों में हर साल बाघों की गणना भी की जाती है. जिसे फेज 4 की गणना (आंतरिक गणना) में रखा जाता है.
पढ़ें- फटा पोस्टर-भड़के काऊ: मंत्री धन सिंह के सामने कार्यकर्ताओं पर चिल्लाए, दोनों ओर से तू-तू मैं-मैं
उन्होंने बताया कि बाघों की गणना का कार्य अलग-अलग फेज में किया जाता है जिसके बाद फाइनल सर्वे होता है. कैमरा ट्रैप के माध्यम से बाघों के नंबर डिसाइड किये जाते हैं. फिर सभी बिंदुओं पर एनेलिसिस करके इनके नंबर्स निकाले जाते हैं. राहुल कुमार ने बताया कि अब अक्टूबर माह से बाघों की गणना का कार्य शुरू किया जाएगा.