रामनगर: कॉर्बेट नेशनल पार्क में रूम अटेंडेंट के रूप में साल 2008 से तैनात कर्मियों ने नेचर गाइड के तौर पर समायोजित करने को लेकर पार्क निदेशक राहुल कुमार से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने पार्क निदेशक के माध्यम से वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत और मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक को ज्ञापन भी भेजा.
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जिससे इतने वर्ष दैनिक श्रमिक के समान जितने वेतन मिलने पर कार्य करने वाले रूम अटेंडेंट को अब नई भर्ती में मौका नहीं मिल पा रहा है. उन्होंने नई भर्ती प्रक्रिया में स्वयं को समायोजित करने की मांग की है. इन युवाओं का कहना है कि इतने वर्षों तक नेचर गाइड बनने की आस लगाए हुए बेहद कम वेतन में पार्क में सेवाएं देते रहे हैं. वहीं, निदेशक ने इन लोगों को आश्वासन देते हुए उन्हें समायोजित करने के प्रयास की बात कही है.