रामनगर: कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व और उसके आसपास के क्षेत्र में बाघ लगातार हमलावर हो गया था. बाघ को गुरुवार देर रात कॉर्बेट प्रशासन की टीम ने रेस्क्यू कर लिया है. रेस्क्यू किए गए बाघ को ढेला स्थित रेस्क्यू सेंटर में भेजा गया है. वहां इसके सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जाएंगे.
1 साल में 6 लोगों को मार चुके बाघ: बता दें कि पिछले एक वर्ष से रामनगर से कुमाऊं और गढ़वाल को जोड़ने वाले नेशनल हाईवे 309 पर बाघों का आतंक था. पिछले 1 वर्ष में बाघ 6 लोगों को मौत के घाट उतार चुके हैं. उसके साथ ही 1 से 2 लोगों को घायल भी कर चुके हैं. कॉर्बेट प्रशासन के साथ ही रामनगर वन प्रभाग की टीम इस बाघ को ट्रेंकुलाइज करने में जुटी हुई थी. गुरुवार देर रात पनोद नाले के पास से तीसरे बाघ को भी कॉर्बेट प्रशासन की टीम द्वारा ट्रेंकुलाइज कर लिया गया है. बता दें कि पशु चिकित्सक हिमांशु पांगती और उनकी टीम ने बाघ को ट्रेंकुलाइज किया.
पकड़ा गया कॉर्बेट का आदमखोर बाघ: कॉर्बेट नेशनल पार्क की टीम ने देर रात इस आदमखोर बाघ को उस वक्त पकड़ा जब यह सड़क किनारे घात लगाए बैठा था. तभी कॉर्बेट नेशनल पार्क की टीम ने इसे बेहोशी की डॉट मारकर पकड़ लिया. अब इस बाघ को कॉर्बेट नेशनल पार्क के ढेला जोन में बने रेस्क्यू सेंटर में ले जाया गया है. वहां इसका डीएनए टेस्ट कराया जाएगा. ताकि यह पता लग सके कि यह बाघ अब तक कितने लोगों की जान ले चुका है.
कॉर्बेट नेशनल पार्क के आसपास अब तक इन बाघों के द्वारा 6 लोगों की जान ली जा चुकी है. इस बाघ के पकड़े जाने से वन महकमे ने राहत की सांस ली है. इसे पकड़ने के लिए कॉर्बेट नेशनल पार्क के साथ ही रामनगर वन विभाग कि कई टीमें लगी हुई थी. इसके पकड़े जाने से नेशनल हाईवे 309 पर कायम इन बाघों का आतंक फिलहाल खत्म होता नजर आ रहा है.
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रामनगर में पकड़ा गया तीसरा बाघ: बता दें कि रामनगर वन प्रभाग और कॉर्बेट प्रशासन की संयुक्त टीम द्वारा नेशनल हाईवे 309 क्षेत्र के पनोद में मोहान क्षेत्र से अब तक 3 बाघों को ट्रेंकुलाइज किया जा चुका है. इनमें से 2 बाघिन और देर रात पकड़ा गया वयस्क बाघ शामिल है.