रामनगर: बरसात के मौसम को देखते हुए कॉर्बेट पार्क के बिजरानी जोन को 30 जून से सैलानियों के लिए बंद कर दिया गया है. बरसात के दिनों में पार्क की सड़कें खराब हो जाती हैं, नदी-नालों के उफान पर होते हैं, जिसे देखते हुए पार्क प्रशासन ने ये फैसला लिया है. वहीं, बात अगर राजस्व की करें तो अनलॉक 1 के बाद अभी तक कॉर्बेट पार्क को अकेले बिजरानी जोन से 86,400 रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ.
कोरोना वायरस और लॉकडाउन के कारण विश्व प्रसिद्ध कॉर्बेट नेशनल पार्क 17 मार्च से बंद कर दिया गया था. जिसके बाद अनलॉक-1 के बाद कोर्बेट के चार जोन 14 जून से पर्यटकों के लिए खोल दिया गये थे. मगर अब कॉर्बेट नेशनल पार्क का बिजरानी जोन 30 जून से सैलानियों के लिए बंद कर दिया गया है.
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बता दें कि बरसात के महीने में पार्क के बिजरानी जोन में सैलानियों की आवाजाही बंद कर दी जाती है. पार्क के बिजरानी जोन में घास के विशाल मैदानों में विचरता गजराज का झुंड, रोमांच जगाती वनराज की एक झलक और तरह-तरह के जंगली जीव-जंतुओं का अनूठा संसार 30 जून से सैलानियों के लिये बंद कर दिया है.
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कॉर्बेट नेशनल पार्क में राॅयल बंगाल टाइगर कॉर्बेट की पहचान है. सैलानी जिसका दीदार अब पार्क खुलने पर ही सकेंगे. अभी फिलहाल, पार्क का ढेला, झिरना, पाखरो जोन सैलानियों के लिए खुला है. बरसात में पार्क की सड़कें खराब हो जाती हैं, नदी-नालों के उफान पर होते हैं, जिसे देखते हुए पार्क को बंद कर दिया जाता है.
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कॉर्बेट पार्क की उपनिदेशक ने बताया कि कोरोना के चलते अनलॉक-1 में बिजरानी को सहित 3 जोन को 14 जून से 30 जून तक पर्यटकों के लिए खोल दिया गया था. जिनमें इन 17 दिनों में 89 जिप्सियों के परमिट जारी हुए. जिनसे कुल 1,11,285 का राजस्व कॉर्बेट प्रशासन को प्राप्त हुआ. वहीं, 30जून से बंद हुए कॉर्बेट पार्क को अकेले बिजरानी जोन से 86,400 रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ.