रामनगर: ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. कॉर्बेट प्रशासन ने मंगलवार से वॉलिंटियर विलेज वन्यजीव प्रोटेक्शन फोर्स के चयनित अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण शुरू कर दिया है. पहले चरण में 30 अभ्यर्थियों को एक्सपर्ट्स द्वारा ट्रेनिंग दी जाएगी.
ईटीवी भारत ने चयनित वॉलिंटियर विलेज वन्यजीव प्रोटेक्शन के अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण नहीं होने की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था. जिसके तहत अब मंगलवार से कॉर्बेट प्रशासन ने वॉलिंटियर विलेज प्रोटेक्शन फोर्स में चयनित हुए अभ्यर्थियों की ट्रेनिंग कार्यक्रम शुरू कर दिया है. जिसमें अलग-अलग एक्सपर्ट कालागड़ रेंज में ट्रेनिंग दे रहे हैं. पहले चरण में 30 अभ्यर्थियों को कॉर्बेट प्रशासन ट्रेनिंग दे रहा है. बता दें कि वॉलिंटियर विलेज प्रोटक्शन फोर्स में वन्यजीव प्रभावित गांव के ही युवाओं को शामिल किया गया है. इस फोर्स को कॉर्बेट पार्क के लैंडस्केप के गांव की जानकारियों के साथ ही ट्रेनिंग दी जा रही है.
बता दें कि, इस फोर्स को वन और वन्य जीवों के प्रति जागरूक करने के साथ ही खतरे वाले क्षेत्रों में लोगों को जाने से रोकना, गांव के नजदीक किसी वन्यजीव के सक्रिय होने पर तुरंत इसकी सूचना कॉर्बेट प्रशासन को देना या और कोई भी घटना होने पर विभागीय कर्मचारी के पहुंचने तक स्थिति संभालना जैसी कई जानकारियां दी जा रही है.
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार ने बताया कि कॉर्बेट के आसपास ईडीसी से विलेज वॉलिंटियर्स प्रोटेक्शन फोर्स के लिए वॉलिंटियर्स का सिलेक्शन किया गया था. इसमें 100 वॉलिंटियर को चयनित किया गया है, जो कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के आसपास के ईडीसी से चयनित किए गए हैं. इसमें अभी इनकी ट्रेनिंग का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है. पहले चरण में लगभग 30 वॉलिंटियरों के प्रशिक्षण का कार्यक्रम चल रहा है. इसमें 5 दिन क्लास रूम की ट्रेनिंग होगी, जिसमें वाइल्डलाइफ और कॉनफ्लीट से संबंधित अलग-अलग विशेषज्ञ आकर प्रशिक्षण देंगे. इसके अलावा तीन दिवसीय प्रशिक्षण क्षेत्र का भ्रमण होगा, जिसमें हरिद्वार, टिहरी एवं अन्य क्षेत्रों में मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं की जानकारी देना शामिल है.