रामनगर: जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क (Jim Corbett National Park) में कॉर्बेट प्रशासन बटरफ्लाई गार्डन (Butterfly Garden) बना रहा है. यह गार्डन एक हेक्टेयर भूमि में कॉर्बेट के ढेला जोन में बन रहा है. यहां कॉर्बेट पार्क में मिलने वाली 143 प्रजाति की तितलियों का संरक्षण किया जाएगा.
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कॉर्बेट नेशनल पार्क (Jim Corbett National Park) में बाघों के साथ ही हाथी और अन्य वन्यजीव रहते हैं. कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में 143 से ज्यादा प्रजातियों की तितलियां पाई जाती हैं. इनके संरक्षण के लिए पार्क प्रशासन ढेला जोन में बटरफ्लाई गार्डन (Butterfly Garden) बनाने जा रहा है. इसका काम भी शुरू हो चुका है. बता दें कि कॉर्बेट पार्क में लंबे समय से तितली विशेषज्ञों द्वारा तितलियों के लिए गार्डन बनाए जाने की मांग की जा रही थी. पिछले साल कॉर्बेट प्रशासन द्वारा कराए गये शोध में पाया गया कि पार्क में 143 प्रजातियों की तितलियां पाई जाती हैं. उसी को लेकर अब पार्क प्रशासन ढेला जोन में 1 हेक्टेयर भूमि में बटरफ्लाई गार्डन (Butterfly Garden) बनाने जा रहा है.
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इस पार्क में तितलियों को आकर्षित करने के लिए कई प्रकार के पौधे लगाए जाएंगे. जिनमें कामिनी, बारहमासी, आंमबो, लालअंकोड़, सतावरी, पिंक केरन, दिन का राजा, गलगोटा, जैस्मिन, गेंदा, कॉसमॉस, करंज, गुलाब आदि कई प्रकार के फूल लगाए जाएंगे.
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वहीं, इस विषय में जानकारी देते हुए कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार ने बताया कि बाघ, हाथी और अन्य वन्यजीवों के अलावा यहां कई तरह की पक्षी और तितलियां भी पायी जाती हैं. उन्होंने कहा कि बटरफ्लाई कौन-कौन से लैंडस्केप में उपस्थित हैं उन सब के लिए अवेयरनेस (Awareness) और उसके डॉक्यूमेंटेशन (Documentation) के लिए कॉर्बेट के ढेला जोन के आसपास एक हेक्टेयर का क्षेत्र बटरफ्लाई गार्डन के रूप में डेवलप किया जा रहा है. उन्होंने कहा एक हेक्टेयर में तितलियों को आकर्षित करने वाले फूल-पौधे लगाए जाएंगे. इससे तितलियां इकट्ठा होंगी और उनका प्रॉपर डॉक्यूमेंटेशन किया जा सकेगा.