हल्द्वानी: पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और जागेश्वर विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल ने प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा है कि बीजेपी सरकार ने उत्तराखंड में मुख्यमंत्री बदलने की प्रयोगशाला बना दिया है. तीन मुख्यमंत्री बनने के बाद चौथे मुख्यमंत्री की बदलने की तैयारी चल रही थी, लेकिन कांग्रेस के विरोध और आवाज उठाने के बाद मुख्यमंत्री को नहीं बदला गया. गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा है कि प्रदेश में इन दिनों भ्रष्टाचार चरम पर है और अधिकारियों को वसूली करने के आदेश दिए गए हैं.
गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा कि खनन के काम में बड़ा भ्रष्टाचार का खेल हो रहा है. खनन में आगे का 10 साल का रिनोवेशन के काम में खनन कारोबारियों से वसूली की जा रही है. जिसका पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने विरोध किया था. कुंजवाल ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में लोकायुक्त की नियुक्ति हुई थी लोकायुक्त की फाइल को राज्यपाल के पास भेजा भेजा गया था. लेकिन बीजेपी की सरकार ने उस फाइल को राज्यपाल के ही यहां रुकवा दिया है. इससे साफ होता है कि बीजेपी सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है.
पढ़ें-फटा पोस्टर-भड़के काऊ: मंत्री धन सिंह के सामने कार्यकर्ताओं पर चिल्लाए, दोनों ओर से तू-तू मैं मैं
वहीं, चुनाव से पहले बागियों की कांग्रेस में वापसी के बयान पर उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने कांग्रेस के सरकार को गिरा कर लोकतंत्र की हत्या करने का काम किया था और जिन लोगों ने दल बदल कानून का उल्लंघन किया है. उनकी किसी भी कीमत पर पार्टी में वापसी नहीं होनी चाहिए, उन्होंने कहा कि जिन लोगों को मनपसंद टिकट नहीं मिलने या अन्य कारणों से नाराज होकर कांग्रेस छोड़कर गए हैं, उनकी घर वापसी होनी चाहिए.