हल्द्वानी: चमोली में आई आपदा के चलते जहां 60 से अधिक लोगों के शव बरामद हो चुके हैं, वहीं दर्जनों लोग अभी भी लापता हैं. जबकि भारी जानमाल को नुकसान भी पहुंचा है. ऐसे में अब चमोली आपदा पर सियासत भी शुरू हो चुकी है. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आपदा में सरकार को पूरी तरह से फेल बताया है. वहीं, हरदा को नसीहत देते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि चमोली में आई आपदा पर हरीश रावत को कुछ भी बोलने का अधिकार नहीं है.
हल्द्वानी पहुंचे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पूर्व सीएम हरीश रावत के सवालों पर पलटवार करते हुए कहा कि जिस समय चमोली में आपदा आई हुई थी, उस समय कांग्रेस के बड़े नेता विदेश में बैठे हुए थे और उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के नेता दिल्ली में अपने बड़े नेता की फोटो को लड्डू खिला रहे थे. ऐसे में हरीश रावत को चमोली आपदा पर बोलने का कोई हक नहीं है.
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गौर हो कि पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने चमोली आपदा पर प्रदेश सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार चमोली आपदा में व्यवस्थाएं ठीक नहीं कर पाई, जिसके चलते काफी लोगों की जान चली गई. उन्होंने कहा था कि 2013 में आई आपदा में उन्होंने बेहतर काम किया था, लेकिन वर्तमान सरकार चमोली आपदा में पूरी तरह फेल साबित हुई है.