हल्द्वानी: देश सहित उत्तराखंड में बढ़ते ओमीक्रोन और कोरोना के मामलों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की थी. जिसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हल्द्वानी स्थित सुशीला तिवारी अस्पताल के अलावा डीआरडीओ कोविड-19 हॉस्पिटल का निरीक्षण किया, जहां उन्होंने व्यवस्थाओं का जायजा लिया.
अस्पताल निरीक्षण के दौरान सीएम पुष्कर धामी ने कहा किसी भी तरह की कोई भी व्यवस्था में कमी नहीं होनी चाहिए. जहां कहीं व्यवस्था की कमियों को ठीक करना हो, वहां जिला प्रशासन का सहयोग लेकर उस व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए. जिससे इस महामारी को बढ़ने से रोका जा सके.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा सुशीला तिवारी अस्पताल और डीआरडीओ कोविड अस्पताल की व्यवस्थाएं पूरी तरह से दुरुस्त कर ली गई हैं. सुशीला तिवारी अस्पताल में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर प्लांट के अलावा ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था है. किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं है. इसके अलावा बीमारी से किसी तरह का बच्चों के ऊपर कोई प्रभाव ना पड़े, इसको लेकर भी बच्चों के लिए अतिरिक्त वार्ड के साथ-साथ व्यवस्थाएं तैयार की गई हैं.
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इस दौरान मेडिकल अस्पताल के प्राचार्य और सीएमओ ने व्यवस्थाओं से सीएम को अवगत कराया. उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा अस्पताल को पूरी तरह से अलर्ट पर रखा गया है. सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त कर लिया गया है. अस्पताल के प्राचार्य अरुण जोशी ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि वर्तमान समय में सुशीला तिवारी अस्पताल में 6 कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती हैं, जबकि डीआरडीओ के हॉस्पिटल में 11 संक्रमित भर्ती हैं.
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा कोविड-19 संक्रमण के मद्देनजर सरकार पूरी तरह से तैयार है. सभी तरह की व्यवस्था कर ली गई हैं. वर्तमान समय में सरकार ने 16 जनवरी तक तक गाइडलाइन जारी की है. सभी तरह के राजनीतिक कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगाया गया है.
वहीं, सुशीला तिवारी अस्पताल के निरीक्षण के दौरान अस्पताल में कार्यरत उपनल कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर नाराजगी जाहिर की. उपनल कर्मचारियों ने कहा कि पिछले कई सालों से वह अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करते आ रहे हैं. मुख्यमंत्री द्वारा उनको आश्वासन भी दिया गया, लेकिन न ही उनको हड़ताल के समय का वेतन मिल पाया. न ही उनकी मांगों को मुख्यमंत्री द्वारा माना गया. अस्पताल के उपनल कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री के सामने अपना विरोध जताते हुए नाराजगी दिखाई.
महिला कर्मचारी मुख्यमंत्री के सामने गिर जाने लगीं तो वहीं एक महिला ने मुख्यमंत्री की पैरों पर लेटने की कोशिश की. इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने महिलाओं को किसी तरह से शांत कराया. मुख्यमंत्री के सामने विरोध जता रहे सुशीला तिवारी के उपनल कर्मचारियों ने कहा कि मुख्यमंत्री ने उनकी मांगों को नहीं माना है. ऐसे में वह आगामी विधानसभा चुनाव में उनका विरोध करेंगे.