रामनगर/विकासनगर: कॉर्बेट टाइगर रिजर्व इन दिनों में वन्य जीव प्राणी सप्ताह के तहत पक्षी अवलोकन कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. इसी कड़ी में 12 वर्ष की आयु से ज्यादा के बच्चों को कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के बिजरानी गेट के अंतर्गत पड़ने वाले वन ग्राम आमडंडा में पक्षी अवलोकन भ्रमण पर ले जाया गया. जहां पक्षी विशेषज्ञों ने बच्चों को पक्षियों के विभिन्न प्रजातियों और उनकी विशेषताओं से रूबरू कराया. साथ ही उनकी आवाजों की जानकारी भी दी. वहीं, बच्चों को पक्षियों के संरक्षण के लिए प्रोत्साहित भी किया गया.
बता दें कि हर साल कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में 1 अक्टूबर से 7 अक्टूबर तक वन्य जीव प्राणी सप्ताह मनाया जाता है. इस बार वन्य जीव प्राणी सप्ताह कोविड की गाइडलाइन के अनुसार मनाया जा रहा है. चौथे दिन यानी आज पक्षी अवलोकन भ्रमण का कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें बच्चों ने पक्षियों के बारे में बारीकी जानकारी ली. पक्षी विशेषज्ञ राजेश भट्ट का मानना है कि दुनियाभर में 9500 तरह के पक्षी पाए जाते हैं. वर्तमान में पक्षियों की कई प्रजातियां लुप्त हो गई है और कई लुप्त होने के कगार पर हैं. ऐसे में पक्षियों के प्रजातियों की संरक्षण की दरकार है.
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पक्षी विशेषज्ञ भट्ट ने बताया कि वन्य प्राणी सप्ताह का आज चौथा दिन है. चौथे दिन में बच्चों और स्थानीय लोगों को पक्षियों के लिए पर्यावरण के महत्व को बताया गया है. साथ ही पर्यावरण के संरक्षण के साथ-साथ पर्यटन में पक्षियों कई प्रकार से सहायक होते हैं. बच्चों को पक्षी अवलोकन करने की कलाओं से भी रूबरू कराया गया है. वहीं, छात्र शोमांश डंगवाल ने कहा कि उन्होंने यहां पर कई तरह के पक्षियों को देखा और उनकी आवाजों को जाना.
विकासनगर में भी हुआ कार्यक्रम का आयोजन
वन महकमा इन दिनों वन्य जीव सुरक्षा सप्ताह मना रहा है. ऐसे में विकास नगर अंतर्गत रामपुर मंडी स्थित चकराता वन प्रभाग के ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में भी एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें विभागीय अधिकारियों व मंत्रियों के साथ द वाइल्डलाइफ प्रिजर्वेशन सोसायटी से जुड़े लोगों ने शिरकत की. इस मौके पर संस्था से जुड़े लोगों ने वन कर्मियों ने वन्य जीव के बारे में बताते हुए उनकी सुरक्षा से जुड़ी एवं जानकारी दी.
वहीं, 1 अक्टूबर से 7 अक्टूबर तक चलने वाले इस वन्य जीव सुरक्षा सप्ताह के दौरान ट्रेनिंग ले रहे वन कर्मियों को भी इस बारे में जानकारी दी गई. ट्रेनिंग ले रहे लगभग 30 प्रतिभागियों को वनों में वन्यजीवों के 15 प्रजातियों के बारे में सोसाइटी के निदेशक आरके शुक्ला ने बारीकी से वन्य जीव सुरक्षा को लेकर महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की.