हल्द्वानी: रामनगर वन प्रभाग के फतेहपुर रेंज में आतंक का पर्याय बन चुके बाघ को मारने का वन विभाग ने आदेश दे दिया है. मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक उत्तराखंड ने बाघ को मारने का आदेश दिया है. बाघ पिछले 3 महीने में 6 लोगों को निवाला बना चुका है. वहीं पिछले 3 दिन के भीतर बाघ द्वारा 2 महिलाओं को शिकार बनाए जाने से लोगों में आक्रोश है. बाघ के लगातार हमले के बाद स्थानीय लोगों ने शुक्रवार को फतेहपुर रेंज के डीएफओ का घेराव किया.
मुख्य वन संरक्षक पश्चिमी वृत्त दीप चंद्र आर्य ने बताया कि लगातार हो रही घटनाओं के बाद से विभाग द्वारा मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक को पत्र लिखा गया. इसके बाद मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक ने बाघ को मारने का आदेश दिया. बाघ को मारने के आदेश को तुरंत अमल में लाया जा रहा है. इसके लिए शिकारी को तैनात किया जाएगा. उन्होंने बताया कि पूर्व में बाघ द्वारा किए गए हमले में बाघ के मिले बाल का डीएनए टेस्ट भी कराया गया, जिससें पुष्टि हो गयी है कि हमला करने वाला बाघ ही है. उन्होंने बताया कि बाघ को पकड़ने के लिए कैमरा ट्रैप पिंजरा के अलावा प्रे क्लोजर की टीम भी पिछले 1 महीने से लगातार तलाश में जुटी हुई थी. लेकिन सफलता नहीं मिली. ऐसे में अब बाघ को मारने का आदेश दिया गया.
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3 दिन के भीतर 2 लोगों की बाघ के हमले से हुई मौत के बाद लोगों में आक्रोश है. जहां शुक्रवार को हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश के नेतृत्व में काठगोदाम क्षेत्र के लोगों ने वन विभाग के कार्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन करते हुए बाघ को मारने जल्द मारने की मांग की, वहीं उसी दौरान मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक ने भी बाघ को मारने के आदेश जारी कर दिए.
सुमित हृदयेश ने दी चेतावनीः गुरुवार को आदमखोर बाघ द्वारा दमुआ दूंगा के कुमाऊं कॉलोनी की इंदिरा देवी को निवाला बनाए जाने की घटना के बाद शुक्रवार को हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश उनके घर पहुंचे और शोक संवेदना व्यक्त करते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिलाया. इस दौरान मृतका के घर पर डीएफओ रामनगर चंद्रशेखर जोशी और एसडीएम हल्द्वानी मनीष सिंह भी मौजूद थे. जहां कांग्रेस विधायक सुमित हृदयेश ने अपनी कड़ी नाराजगी जताई. साथ ही डीएफओ को जमकर लताड़ लगाते हुए ट्रांसफर करने तक की बात कही.