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उत्तराखंड में भी छठ पर्व की धूम, नहाय खाय के साथ हुई शुरुआत - Chhath

छठ पूजा की शुरुआत हो गई है. हल्द्वानी में भी छठ पूजा समिति ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली है.

Chhath Puja
छठ पर्व की धूम
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Published : Nov 8, 2021, 12:22 PM IST

Updated : Nov 8, 2021, 4:41 PM IST

उत्तराखंड: पूर्वांचल में मनाया जाने वाला सूर्य उपासना का पर्व छठ महापर्व उत्तराखंड में भी धूमधाम से मनाया जा रहा है. बिहार सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला छठ महापर्व की धूम हल्द्वानी में भी देखी जा रही है. ऐसे में हल्द्वानी में छठ पूजा समिति ने भी अपनी तैयारियां पूरी कर ली है.

बता दें कि आज से नहाए खाए के साथ छठ महापर्व का शुरुआत हो गई है. मंगलवार को खरना का व्रत रखा जाएगा. जहां रात में मीठी खीर खाकर 36 घंटे का कठिन उपवास शुरू होगा. वहीं, बुधवार 10 नवंबर को डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा जबकि, गुरुवार 11 नवंबर सुबह सूर्य उदय के अर्घ्य के साथ व्रत का समापन होगा.

छठ पर्व की धूम.

हल्द्वानी की रामपुर रोड पर छठ पूजा समिति के सदस्यों ने इस पर्व को धूमधाम से मनाने का निर्णय लिया है क्योंकि पिछले बार कोविड-19 थे छठ पूजा आंशिक रूप से मनाया गया. हल्द्वानी के रामपुर रोड स्थित छठ पूजा स्थल पर करीब 10,000 लोगों के पहुंचने की उम्मीद है. ऐसे में जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने भी अपनी ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली है. इसके अलावा पूजा स्थल की साफ-सफाई व्यवस्था नगर निगम ने संभाल रखी है.

पढ़ें: रुड़की: अनाथ बहनों की शादी के लिए जुटाया था सामान, पटाखे की चिंगारी ने खाक किए अरमान

मान्यता है कि छठ पूजा की उपासना करने वाली महिलाएं और पुरुष की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है. साथ ही परिवार की सुख शांति और के साथ बच्चों और पति की दीर्घायु उपासना का पर्व है. छठ पूजा समिति के लोगों का कहना है कि 4 दिनों तक मनाया जाने वाला यह पर्व 2 दिन तक घर में मनाया जाएगा जबकि, 10 और 11 नवंबर को छठ घाट पर मनाया जाएगा.

ये होती है छह पूजा की व्रत विधि: छठ पूजा में नहाय खाय के दिन महिलाएं पहले दिन सेंधा नमक, घी और अरवा चावल और कद्दू और लौकी की सब्जी को प्रसाद के रूप में खाकर व्रत की शुरुआत करेंगी. दूसरे दिन मंगलवार को पूरे दिन अन्न ,जल त्याग कर देर रात मीठी खीर की प्रसाद ग्रहण करेगी. जिसे खरना (छोटी छठ) कहते हैं. व्रत के साथ तीसरे दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य देंगी. जिसे (बड़ी छठ) कहते हैं जबकि, चौथे दिन उगते सूर्य की उपासना के साथ महिलाएं अपनी व्रत का परायण करेंगी.

घाटों पर हो रही तैयारी: खटीमा में भी पूर्वांचल समाज द्वारा छठ की तैयारियां जोरों पर हैं. नदी और नहरों के किनारे बने छठ घाट की साफ सफाई और सौंदर्यीकरण का कार्य हो रहा है. खटीमा के मेलाघाट, बाइस पुल तथा बगुलिया आदि क्षेत्रों में भी श्रद्धालु महिलाओं तथा सामाजिक संगठनों द्वारा नदी, नालों तथा तालाब के किनारे बने छठ घाट की साफ-सफाई तथा सौंदर्यीकरण का अभियान तेज कर दिया गया है.

वहीं, ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर 10 नवंबर को होने वाले भव्य और विशाल छठ पूजन कार्यक्रम की तैयारियां जोरों पर हैं. सार्वजनिक छठ पूजा समिति ने सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए अपना पूरा फोकस घाट के सौंदर्य करण पर लगा दिया है. नगर निगम की महापौर ने भी निरीक्षण कर समिति की व्यवस्थाओं को परखा.

छठ पूजा के दिन करीब 50 हजार श्रद्धालुओं के गंगा तट पर पूजा करने की उम्मीद जताई जा रही है. ऋषिकेश ही नहीं बल्कि रानीपोखरी, डोईवाला, रायवाला, पौड़ी श्रीनगर से भी श्रद्धालुओं के ऋषिकेश पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है. सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए भोजपुरी लोक गायक उजाला उपाध्याय और भोला पांडे भी ऋषिकेश पहुंचेंगे. जबकि अपनी कॉमेडी से श्रद्धालुओं को गुदगुदाने के लिए प्रसिद्ध कलाकार राकेश मिश्रा के दीदार भी श्रद्धालुओं को त्रिवेणी घाट पर होंगे.

उत्तराखंड: पूर्वांचल में मनाया जाने वाला सूर्य उपासना का पर्व छठ महापर्व उत्तराखंड में भी धूमधाम से मनाया जा रहा है. बिहार सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला छठ महापर्व की धूम हल्द्वानी में भी देखी जा रही है. ऐसे में हल्द्वानी में छठ पूजा समिति ने भी अपनी तैयारियां पूरी कर ली है.

बता दें कि आज से नहाए खाए के साथ छठ महापर्व का शुरुआत हो गई है. मंगलवार को खरना का व्रत रखा जाएगा. जहां रात में मीठी खीर खाकर 36 घंटे का कठिन उपवास शुरू होगा. वहीं, बुधवार 10 नवंबर को डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा जबकि, गुरुवार 11 नवंबर सुबह सूर्य उदय के अर्घ्य के साथ व्रत का समापन होगा.

छठ पर्व की धूम.

हल्द्वानी की रामपुर रोड पर छठ पूजा समिति के सदस्यों ने इस पर्व को धूमधाम से मनाने का निर्णय लिया है क्योंकि पिछले बार कोविड-19 थे छठ पूजा आंशिक रूप से मनाया गया. हल्द्वानी के रामपुर रोड स्थित छठ पूजा स्थल पर करीब 10,000 लोगों के पहुंचने की उम्मीद है. ऐसे में जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने भी अपनी ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली है. इसके अलावा पूजा स्थल की साफ-सफाई व्यवस्था नगर निगम ने संभाल रखी है.

पढ़ें: रुड़की: अनाथ बहनों की शादी के लिए जुटाया था सामान, पटाखे की चिंगारी ने खाक किए अरमान

मान्यता है कि छठ पूजा की उपासना करने वाली महिलाएं और पुरुष की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है. साथ ही परिवार की सुख शांति और के साथ बच्चों और पति की दीर्घायु उपासना का पर्व है. छठ पूजा समिति के लोगों का कहना है कि 4 दिनों तक मनाया जाने वाला यह पर्व 2 दिन तक घर में मनाया जाएगा जबकि, 10 और 11 नवंबर को छठ घाट पर मनाया जाएगा.

ये होती है छह पूजा की व्रत विधि: छठ पूजा में नहाय खाय के दिन महिलाएं पहले दिन सेंधा नमक, घी और अरवा चावल और कद्दू और लौकी की सब्जी को प्रसाद के रूप में खाकर व्रत की शुरुआत करेंगी. दूसरे दिन मंगलवार को पूरे दिन अन्न ,जल त्याग कर देर रात मीठी खीर की प्रसाद ग्रहण करेगी. जिसे खरना (छोटी छठ) कहते हैं. व्रत के साथ तीसरे दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य देंगी. जिसे (बड़ी छठ) कहते हैं जबकि, चौथे दिन उगते सूर्य की उपासना के साथ महिलाएं अपनी व्रत का परायण करेंगी.

घाटों पर हो रही तैयारी: खटीमा में भी पूर्वांचल समाज द्वारा छठ की तैयारियां जोरों पर हैं. नदी और नहरों के किनारे बने छठ घाट की साफ सफाई और सौंदर्यीकरण का कार्य हो रहा है. खटीमा के मेलाघाट, बाइस पुल तथा बगुलिया आदि क्षेत्रों में भी श्रद्धालु महिलाओं तथा सामाजिक संगठनों द्वारा नदी, नालों तथा तालाब के किनारे बने छठ घाट की साफ-सफाई तथा सौंदर्यीकरण का अभियान तेज कर दिया गया है.

वहीं, ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर 10 नवंबर को होने वाले भव्य और विशाल छठ पूजन कार्यक्रम की तैयारियां जोरों पर हैं. सार्वजनिक छठ पूजा समिति ने सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए अपना पूरा फोकस घाट के सौंदर्य करण पर लगा दिया है. नगर निगम की महापौर ने भी निरीक्षण कर समिति की व्यवस्थाओं को परखा.

छठ पूजा के दिन करीब 50 हजार श्रद्धालुओं के गंगा तट पर पूजा करने की उम्मीद जताई जा रही है. ऋषिकेश ही नहीं बल्कि रानीपोखरी, डोईवाला, रायवाला, पौड़ी श्रीनगर से भी श्रद्धालुओं के ऋषिकेश पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है. सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए भोजपुरी लोक गायक उजाला उपाध्याय और भोला पांडे भी ऋषिकेश पहुंचेंगे. जबकि अपनी कॉमेडी से श्रद्धालुओं को गुदगुदाने के लिए प्रसिद्ध कलाकार राकेश मिश्रा के दीदार भी श्रद्धालुओं को त्रिवेणी घाट पर होंगे.

Last Updated : Nov 8, 2021, 4:41 PM IST
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