हल्द्वानी: महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य आज हल्द्वानी पहुंचीं. जहां उन्होंने लामाचौड स्थित राजकीय इंटर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया. इस दौरान मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि सरकार महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर है. महिला अपराध हो या कोई अन्य अपराध किसी भी कीमत पर अपराधी नहीं बच सकता है. उन्होंने अंकिता भंडारी हत्याकांड को दुखद बताते हुए कहा कि उत्तराखंड की बेटी को जरूर न्याय मिलेगा. इसके लिए सरकार पूरी तरह से गंभीर है और आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलाई जाएगी.
कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य (Cabinet Minister Rekha Arya) ने कहा कि अंकिता भंडारी हत्याकांड (Ankita Bhandari Murder Case) में सरकार एसआईटी गठित कर आरोपियों को सलाखों के पीछे भेज चुकी है. उत्तराखंड के इस बेटी को जरूर न्याय मिलेगा. उन्होंने महिला सशक्तिकरण और महिलाओं को लेकर चलाए जा रहे योजनाओं को भी गिनाया. उन्होंने कहा कि जिस तरह से सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई तरह के योजनाएं चलाई जा रही है, वो काबिले तारीफ है. महालक्ष्मी किट महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रही है.
वहीं, इस मौके पर कई महिलाओं को महालक्ष्मी किट भी वितरित किया गया. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के खिलाड़ियों को अब सरकार 4% सरकारी नौकरी में आरक्षण देने जा रही है. इसके अलावा खेल को लेकर सरकार गंभीर है. खिलाड़ियों को प्रोत्साहन करने के लिए सरकार की ओर से अब नगद राशि भी देने का काम शुरू होने जा रहा है. ओलंपिक जीतने वाले खिलाड़ियों को अब 2 करोड़ रुपए दिए जाएंगे. वहीं, उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि भी अर्पित की.
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अंकिता भंडारी मर्डर केस का मामलाः बता दें कि पौड़ी जिले के नांदलस्यू पट्टी के श्रीकोट की रहने वाली अंकिता भंडारी (19) ऋषिकेश के बैराज चीला मार्ग पर गंगा भोगपुर में स्थित वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी करती थी. अंकिता इस रिजॉर्ट में 28 अगस्त से नौकरी कर रही थी. वो बीती 18 सितंबर को रहस्यमय तरीके से लापता हो गई थी. जिसके बाद रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने राजस्व पुलिस चौकी में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई. 22 सितंबर तक अंकिता का कुछ पता नहीं चला. इसके बाद मामला लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया.
वहीं, जब पुलिस ने जांच की तो वनंत्रा रिजॉर्ट (Vanantra Resort Rishikesh) के संचालक और उसके मैनेजरों की भूमिका सामने आई. रिजॉर्ट के कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि 18 सितंबर को शाम करीब आठ बजे अंकिता रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित और भास्कर के साथ रिजॉर्ट से निकली थी, लेकिन जब वो वापस लौटे तो उनके साथ अंकिता (Receptionist Ankita Bhandari) नहीं थी. इस आधार पर पुलिस ने तीनों को हिरासत लिया और पूछताछ की.
आरोपियों ने पुलिस के सामने सारा सच उगल दिया. आरोपियों ने अंकिता भंडारी को नहर में धकेल (Ankita Bhandari Murder Case) दिया था. जिससे उसकी मौत हो गई. मामले में पुलिस ने पूर्व राज्यमंत्री विनोद आर्य (Pulkit Arya father Vinod Arya) के बेटे रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य और उसके दो मैनेजरों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया. इसके बाद कोर्ट ने तीनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. वहीं, बीती 24 सितंबर को अंकिता का शव चीला बैराज से बरामद हुआ. जिसके बाद शव को एम्स ऋषिकेश ले जाया गया. जहां उसका पोस्टमार्टम किया गया.
वहीं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जानकारी सार्वजनिक करने की मांग को लेकर मोर्चरी के बाहर कांग्रेसियों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर जमकर हंगामा भी किया, लेकिन स्थिति की नजाकत को देखते हुए डॉक्टरों के पैनल ने हाथों-हाथ रिपोर्ट की जानकारी नहीं दी. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में उसके शरीर पर चोट के निशान मिले. जिसके आधार पर कहा जा सकता है कि 28 अगस्त से रिजॉर्ट में ड्यूटी ज्वाइन करने के बाद से ही मालिक और उसके सहयोगी उसे प्रताड़ित कर रहे थे. वहीं, श्रीनगर में अंकिता का अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान काफी बवाल भी हुआ था. अब आरोपियों को पुलिस की रिमांड पर लिया गया है.
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