नैनीतालः दिवाली आ चुकी है, लेकिन इस बार बाजारों से रौनक गायब है. नैनीताल के थोक और फुटकर बाजारों में लोगों की भीड़ न के बराबर देखने को मिल रही है. दुकानदारों पर मंदी का भारी असर है. ऑनलाइन ब्रिकी से भी दुकानदार परेशान हैं. दिवाली में जहां सामान की ज्यादा खरीदारी होती है, वहीं इस बार कम हो रही है.
साल भर दीपावली का इंतजार आखिरकार खत्म हो रहा है. खासकर व्यापारी वर्ग को इस पर्व का बेसब्री से इंतजार रहता है. ग्राहक जमकर खरादारी करते हैं. वहीं, व्यवसायियों को आर्थिक रूप से मजबूती मिलती है. वहीं, इस बार की दीपावली व्यवसायियों की उम्मीद पर पूरी तरह से पानी फेर चुकी है. बाजारों में आर्थिक मंदी का असर साफ देखने को मिल रहा हैं. बाजारों में पसरे सन्नाटे ने व्यापारियों की चिंता बढ़ा दी है.
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व्यवसायियों का कहना है कि वह पिछले 40 साल से नैनीताल में दुकान लगाते हैं और हर साल दीपावली के मौके पर 3 से 4 लाख तक का व्यवसाय करते थे. वहीं, इस बार मंदी की वजह से उनका व्यवसाय पूरी तरह चौपट हो गया है. 50 हजार रुपए का व्यवसाय करना भी मुश्किल हो गया है.
वहीं, बाजार से गायब होते ग्राहकों को चिंतित देख स्थानीय व्यवसायी बताते हैं कि सबसे ज्यादा असर इस बार दीपावली पर ऑनलाइन खरीदारी से हुआ है. क्योंकि लोगों को घर बैठे मिठाई, कपड़े, गहने यहां तक कि भगवान की मूर्ति भी ऑनलाइन मिल रही है. जिससे लोग बाजारों में आना पसंद नहीं कर रहे है.