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दिवाली पर बाजारों से रौनक गायब, कारोबार पर मंदी का असर, नहीं बिक रहा माल

दिवाली पर बाजारों की रौनक इस बार कम दिख रही है. नौनीताल के थोक और फुटकर बाजारों में लोगों की भीड़ न के बराबर देखने को मिल रही है. दुकानदारों पर मंदी का असर पड़ गया है.

दिवाली पर बाजारों से रौनक गायब
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Published : Oct 26, 2019, 6:09 PM IST

नैनीतालः दिवाली आ चुकी है, लेकिन इस बार बाजारों से रौनक गायब है. नैनीताल के थोक और फुटकर बाजारों में लोगों की भीड़ न के बराबर देखने को मिल रही है. दुकानदारों पर मंदी का भारी असर है. ऑनलाइन ब्रिकी से भी दुकानदार परेशान हैं. दिवाली में जहां सामान की ज्यादा खरीदारी होती है, वहीं इस बार कम हो रही है.

दिवाली पर बाजारों से रौनक गायब

साल भर दीपावली का इंतजार आखिरकार खत्म हो रहा है. खासकर व्यापारी वर्ग को इस पर्व का बेसब्री से इंतजार रहता है. ग्राहक जमकर खरादारी करते हैं. वहीं, व्यवसायियों को आर्थिक रूप से मजबूती मिलती है. वहीं, इस बार की दीपावली व्यवसायियों की उम्मीद पर पूरी तरह से पानी फेर चुकी है. बाजारों में आर्थिक मंदी का असर साफ देखने को मिल रहा हैं. बाजारों में पसरे सन्नाटे ने व्यापारियों की चिंता बढ़ा दी है.

ये भी पढ़ेंःनए पर्यटन क्षेत्रों की खोज करेगा GMVN, राजस्व और रोजगार के लिए होगा फायदेमंद

व्यवसायियों का कहना है कि वह पिछले 40 साल से नैनीताल में दुकान लगाते हैं और हर साल दीपावली के मौके पर 3 से 4 लाख तक का व्यवसाय करते थे. वहीं, इस बार मंदी की वजह से उनका व्यवसाय पूरी तरह चौपट हो गया है. 50 हजार रुपए का व्यवसाय करना भी मुश्किल हो गया है.

वहीं, बाजार से गायब होते ग्राहकों को चिंतित देख स्थानीय व्यवसायी बताते हैं कि सबसे ज्यादा असर इस बार दीपावली पर ऑनलाइन खरीदारी से हुआ है. क्योंकि लोगों को घर बैठे मिठाई, कपड़े, गहने यहां तक कि भगवान की मूर्ति भी ऑनलाइन मिल रही है. जिससे लोग बाजारों में आना पसंद नहीं कर रहे है.

नैनीतालः दिवाली आ चुकी है, लेकिन इस बार बाजारों से रौनक गायब है. नैनीताल के थोक और फुटकर बाजारों में लोगों की भीड़ न के बराबर देखने को मिल रही है. दुकानदारों पर मंदी का भारी असर है. ऑनलाइन ब्रिकी से भी दुकानदार परेशान हैं. दिवाली में जहां सामान की ज्यादा खरीदारी होती है, वहीं इस बार कम हो रही है.

दिवाली पर बाजारों से रौनक गायब

साल भर दीपावली का इंतजार आखिरकार खत्म हो रहा है. खासकर व्यापारी वर्ग को इस पर्व का बेसब्री से इंतजार रहता है. ग्राहक जमकर खरादारी करते हैं. वहीं, व्यवसायियों को आर्थिक रूप से मजबूती मिलती है. वहीं, इस बार की दीपावली व्यवसायियों की उम्मीद पर पूरी तरह से पानी फेर चुकी है. बाजारों में आर्थिक मंदी का असर साफ देखने को मिल रहा हैं. बाजारों में पसरे सन्नाटे ने व्यापारियों की चिंता बढ़ा दी है.

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व्यवसायियों का कहना है कि वह पिछले 40 साल से नैनीताल में दुकान लगाते हैं और हर साल दीपावली के मौके पर 3 से 4 लाख तक का व्यवसाय करते थे. वहीं, इस बार मंदी की वजह से उनका व्यवसाय पूरी तरह चौपट हो गया है. 50 हजार रुपए का व्यवसाय करना भी मुश्किल हो गया है.

वहीं, बाजार से गायब होते ग्राहकों को चिंतित देख स्थानीय व्यवसायी बताते हैं कि सबसे ज्यादा असर इस बार दीपावली पर ऑनलाइन खरीदारी से हुआ है. क्योंकि लोगों को घर बैठे मिठाई, कपड़े, गहने यहां तक कि भगवान की मूर्ति भी ऑनलाइन मिल रही है. जिससे लोग बाजारों में आना पसंद नहीं कर रहे है.

Intro:एक और बाइट एड की है जसोदा की। Summry पूरा देश दीपावली के त्यौहार को लेकर तैयारियां कर रहा है और बाजार लोगों की आमद से गुलजार होने लगे हैं, हालांकि इस बार ऑनलाइन खरीदारी के चलते दीपावली का कारोबार सीमेंट सा गया है जिससे स्थानीय व्यवसाई परेशान हैं। Intro हिंदुओं के सबसे बड़े त्यौहार दीपावली की तैयारी को लेकर पूरे देश में तैयारियां शुरू हो चुकी हैं और लोग दीपावली की तैयारियों को लेकर जमकर खरीदारी भी कर रहे हैं ताकि दीपों के त्योहार को हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाए,


Body:यूं तो पूरा देश साल भर दीपावली के त्यौहार को लेकर इंतजार करता है ताकि लोग दीपावली के त्यौहार पर जमकर खरीदारी करें वहीं दूसरी ओर व्यापारी वर्ग भी इस त्यौहार की तैयारी के लिए साल भर इंतजार करता है क्योंकि एक ऐसा त्यौहार होता है जिसमें लोग सबसे ज्यादा खरीदारी करते हैं लेकिन इस बार ग्राहकों और व्यवसायियों की उम्मीदों पर पूरी तरह से पानी से चुका है। देश में पढ़ी आई मंदी की मार की वजह से आज बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है और व्यवसाई वर्ग इस सन्नाटे से परेशान है व्यवसायियों का कहना है कि वह पिछले 40 साल से नैनीताल में दुकान लगाते हैं और हर साल दीपावली के मौके पर 3 से 4 लाख तक का व्यवसाय करते थे लेकिन इस बार मंदी की वजह से उनका व्यवसाय पूरी तरह चौपट हो गया है और अब तक केवल 50 हजार का व्यवसाय करना भी मुश्किल हो गया है। बाइक आशा गुलाटी


Conclusion:वही बाजार से गायब होते ग्राहकों को चिंतित दिखे स्थानीय व्यवसाई बताते हैं कि सबसे ज्यादा असर इस बार दीपावली पर ऑनलाइन खरीदारी से हुआ है क्योंकि लोगों को घर बैठे मिठाई से लेकर कपड़े, गहने यहां तक कि भगवान की मूर्ति तक ऑनलाइन मिल जा रहे हैं जिस वजह से लोग बाजारों में आना पसंद नहीं कर रहे यही कारण है कि आज दीपावली के मौके पर भी बाजार पूरी तरह से वीरान होने लगे हैं जिस वजह से कारोबारी परेशान है। बाइट- यशोदा कार्की
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