नैनीताल/मसूरी: उत्तराखंड बीजेपी का दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर शुरू हो गया है. इसी क्रम में नैनीताल और मसूरी में प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. नैनीताल सांसद अजय भट्ट और विधायक संजीव आर्य ने प्रशिक्षण शिविर में कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाया.
सांसद अजय भट्ट ने कहा कि प्रशिक्षण के माध्यम से कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा और प्रशिक्षण के द्वारा कार्यकर्ताओं को तपा कर समाज की सेवा के लिए तैयार किया जाता है. भारत में केवल बीजेपी ही ऐसी पार्टी है, जहां कार्यकर्ताओं को जनता के बीच जाने का प्रशिक्षण दिया जाता है. कार्यकर्ताओं को पहले राष्ट्र, उसके बाद पार्टी और फिर अपने परिवार के सिद्धांत पर चलने का भी प्रशिक्षण दिया जाता है. जिससे एक आदर्श कार्यकर्ता तैयार होता है, जो जनता के बीच जाकर जनसेवा करता है.
वहीं, सांसद अजय भट्ट ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर लगे आरोप पर बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री पर लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं और जल्द ही दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. सुप्रीम कोर्ट जो भी फैसला देगा, उस आधार पर आगे की रणनीति बनाई जाएगी. अजय भट्ट ने द्वाराहाट विधायक महेश नेगी पर लगे यौन उत्पीड़न मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि महेश नेगी मामले में अभी कानूनी जांच चल रही है, जांच के आधार पर पार्टी निर्णय लेगी.
ये भी पढ़ें: ये क्या! जिनकी सरकार गिराने को लगाया था ऐड़ी-चोटी का बल, उन्हीं हरीश रावत को 'बड़ा भाई' बोले हरक
मसूरी में प्रशिक्षण शिविर
मसूरी मंडल स्तर का दो दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग का शुभारंभ रविवार को हुआ. प्रशिक्षण शिविर में विधायक गणेश जोशी ने बताया कि भाजपा के विचारधारा रीति-नीति, कार्य पद्धति और केंद्र-प्रदेश की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है.
गणेश जोशी के मुताबिक, कार्यकर्ताओं को 2022 चुनाव को लेकर केंद्र और राज्य सरकार के जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के निर्देश भी दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरह भारतीय सैनिक युद्ध के लिए 24 घंटे तैयार रहते हैं, उसी तरह भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ता चुनाव के लिए हमेशा तैयार रहते हैं.
खटीमा में प्रशिक्षण शिविर
खटीमा में भारतीय जनता पार्टी का दो दिवसीय मंडल प्रशिक्षण का शुभारम्भ खटीमा विधायक पुष्कर सिंह धामी और भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रविंद्र बजाज ने किया. बीजेपी प्रशिक्षण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रविंद्र बजाज ने बताया कि भाजपा में मंडल प्रशिक्षण कई वर्षो से होता आया है.
पार्टी में मंडलों के गठन के बाद नए पार्टी पदाधिकारियों को पार्टी की रीति नीति को समझाने के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है, ताकि वह पार्टी की नीतियों और नियमों को जान सकें.