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रात में दिया धरना, सुबह होते ही बंशीधर भगत ने मारी पलटी, दी ये सफाई - Banshidhar Bhagat clarification

बिजली जाने पर हल्द्वानी में स्थानीय जनता के साथ धरने पर बैठे बंशीधर भगत ने काफी किरकिरी के बाद सफाई दी है. उन्होंने कहा कि वो धरने पर नहीं बैठे थे. खड़े-खड़े उनके पैर दर्द हो गए थे, इसलिए वो जमीन पर बैठ गए थे.

Banshidhar Bhagat sitting on dharna
Banshidhar Bhagat sitting on dharna
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Published : Sep 12, 2021, 3:27 PM IST

हल्द्वानी: बिजली विभाग के अधिकारियों से नाराज होकर स्थानीय जनता के साथ धरने पर बैठे कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत बैकफुट पर आ गए हैं. किरकिरी होने के बाद अब बंशीधर भगत सफाई देते नजर आ रहे हैं. उनका कहना है कि मौके पर जनता के साथ बैठने को धरने का नाम देना गलत है. उन्होंने कहा है कि खड़े-खड़े पैरों में दर्द हो गया था, इसलिए वो जमीन पर बैठ गये.

भगत ने कहा है कि हकीकत यह है कि पार्षद का फोन आने के बाद वो मौके पर गये थे.अ ब जनता के साथ मौके पर बैठ जाने को धरने के नाम देना गलत है. उन्होंने कहा कि अगर कहीं पर भी हमारी जनता का शोषण या उत्पीड़न होगा, वो वहां 10 बार जाएंगे. बंशीधर भगत के मुताबिक इस मामले में उनके पार्षद को जनता का भारी आक्रोश झेलना पड़ा है और पार्षद ने उनको कई फोन किये थे.

किरकिरी के बाद बंशीधर भगत की सफाई.

भगत के तेवर नरम: कैबिनेट मंत्री के इस बयान से लग रहा है कि कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत के धरने पर बैठने के बाद उनकी काफी किरकिरी हुई है, जिसके बाद उनके तेवर अब नरम पड़ गए हैं.

पढ़ें- उत्तराखंड कांग्रेस को लगा झटका, पुरोला विधायक राजकुमार की हुई 'घर वापसी'

बता दें, शुक्रवार रात बंशीधर भगत हल्द्वानी के टीपी नगर में विद्युत विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के खिलाफ समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए थे, जिसके बाद बंशीधर भगत के ऊपर सवाल खड़े होने लगे थे कि अपने ही सरकार में मंत्री को धरने पर बैठना पड़ा है. जिस पर विपक्ष ने भाजपा के ऊपर सवाल खड़े करने शुरू कर दिए थे. अब बंशीधर भगत अपना बचाव करते नजर आ रहे हैं.

हल्द्वानी: बिजली विभाग के अधिकारियों से नाराज होकर स्थानीय जनता के साथ धरने पर बैठे कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत बैकफुट पर आ गए हैं. किरकिरी होने के बाद अब बंशीधर भगत सफाई देते नजर आ रहे हैं. उनका कहना है कि मौके पर जनता के साथ बैठने को धरने का नाम देना गलत है. उन्होंने कहा है कि खड़े-खड़े पैरों में दर्द हो गया था, इसलिए वो जमीन पर बैठ गये.

भगत ने कहा है कि हकीकत यह है कि पार्षद का फोन आने के बाद वो मौके पर गये थे.अ ब जनता के साथ मौके पर बैठ जाने को धरने के नाम देना गलत है. उन्होंने कहा कि अगर कहीं पर भी हमारी जनता का शोषण या उत्पीड़न होगा, वो वहां 10 बार जाएंगे. बंशीधर भगत के मुताबिक इस मामले में उनके पार्षद को जनता का भारी आक्रोश झेलना पड़ा है और पार्षद ने उनको कई फोन किये थे.

किरकिरी के बाद बंशीधर भगत की सफाई.

भगत के तेवर नरम: कैबिनेट मंत्री के इस बयान से लग रहा है कि कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत के धरने पर बैठने के बाद उनकी काफी किरकिरी हुई है, जिसके बाद उनके तेवर अब नरम पड़ गए हैं.

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बता दें, शुक्रवार रात बंशीधर भगत हल्द्वानी के टीपी नगर में विद्युत विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के खिलाफ समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए थे, जिसके बाद बंशीधर भगत के ऊपर सवाल खड़े होने लगे थे कि अपने ही सरकार में मंत्री को धरने पर बैठना पड़ा है. जिस पर विपक्ष ने भाजपा के ऊपर सवाल खड़े करने शुरू कर दिए थे. अब बंशीधर भगत अपना बचाव करते नजर आ रहे हैं.

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