नैनीताल: हरिद्वार के राजपूताना बडेडी, शांता साह और घोड़ा वाली गांव में विकास का नाम पर हुए घोटले के मामले पर जिलाधिकारी ने बड़ी कार्रवाई की है. हरिद्वार जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधान बेबी रानी को तत्काल पद से हटा दिया है. इसी के साथ बेबी रानी के वित्तीय अधिकार सीज कर दिए हैं. जिसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी ने नैनीताल हाई कोर्ट में पेश की.
मगंलवार को इस मामले में नैनीताल हाई कोर्ट में सुनवाई हुई थी. सुनवाई के दौरान हरिद्वार जिलाधिकारी ने अपनी रिपोर्ट कोर्ट में पेश करते हुए बताया था कि घोटाले की जांच को लेकर 4 लोगों की एक कमेटी बनाई गई थी. जिनकी संस्तुति के आधार पर प्रधान को पद से हटा दिया गया है. अभी भी मामले में जांच चल रही है.
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बता दें कि हरिद्वार के ग्राम बडेडी निवासी मांगे राम सैनी ने नैनीताल हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की थी. याचिकाकर्ता ने कहा था कि प्रधान बेबी सैनी, उनके पति रविंद्र सैनी समेत पंचायत सचिव ने ग्राम सभा में विकास कार्यों के नाम पर बड़ा घोटाला किया गया है.
याचिकाकर्ता द्वारा लगाए गए आरोप
- प्रधान पति द्वारा 1400 रुपए की स्ट्रीट लाइट को 4000 में खरीदी गई.
- कब्रिस्तान की दीवार बनाने के नाम पर घोटाला.
- प्रधानमंत्री योजना के तहत स्वच्छ भारत मिशन में घोटाला.
- शौचालय निर्माण में उस व्यक्ति के नाम पर पैसा रिलीज किया गया हैय जिसके घर में पहले से ही शौचालय था.
- याचिका में कहा गया था कि प्रधान बिना बिजली के मीटर लगाए ही अपने घर में बिजली का प्रयोग कर रही है. प्रधान पति द्वारा बिजली चोरी की जा रही है,
- विधायक निधि से किए गए कार्यों को ग्राम सभा के कार्य बता कर पैसे का घोटाला किया गया है.