हल्द्वानी: आशा कार्यकत्रियों ने आज आशा हेल्थ वर्कर यूनियन के बैनर तले सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर जमकर नारेबाज की. आशा कार्यकत्रियों ने 9 सूत्री मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. जिसमें चंपावत में निकाली गई 268 आशा वर्कर्स की जल्द बहाली की मांग प्रमुख रही.
प्रदर्शनकारी आशा कार्यकत्रियों ने कहा, कि उन्होंने मातृ और शिशु मृत्यु दर को अपनी मेहनत से कम किया है. कोरोनाकाल में भी सभी आशा कार्यकत्रियां अपनी जान जोखिम में डालकर दिन-रात प्रशासन का हाथ बंटा रही हैं. इसके बावजूद भी प्रदेश सरकार आशा कार्यकत्रियों के काम को लगातार अनदेखा कर रही है. कार्यकत्रियों का कहना है, कि सरकार ने उन्हें आज तक सम्मानित नहीं किया, बल्कि उन्हें काम से निकाला जा रहा है.
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वहीं, आशा कार्यकत्रियों ने प्रदेश सरकार से मांग की है, कि उनको राज्य कर्मचारियों का दर्जा देने के साथ ही सम्मानजनक वेतनमान देने की मांग की. उन्होंने सरकार से आशा वर्कर्स को सभी सुविधाएं देने की मांग की. प्रदर्शनकारी कार्यकत्रियों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा, कि अगर उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं हुईं तो वे प्रदेशभर में अनिश्चितकालीन हड़ताल करने को विवश होंगी.