नैनीताल: स्वास्थ्य विभाग की भूमि पर हुए अतिक्रमण को खाली किए जाने की कार्रवाई शुरू हो गई है. लोगों ने घर खाली करने शुरू कर दिए हैं. लोग जब अपने घरों को खाली कर रहे हैं तो वो बड़ा भावुक क्षण है. सालों से जिन घरों में लोग रहते आए, उन्हें तोड़ते समय उनके आंसू नहीं रुक रहे हैं.
नैनीताल में स्वास्थ्य विभाग की जमीन से हटाया जा रहा अतिक्रमण: नैनीताल में स्वास्थ्य विभाग की भूमि पर हुए अतिक्रमण पर जिला प्रशासन की टीम ने कार्रवाई करना शुरू कर दिया है. दल बल के साथ मौके पर पहुंची प्रशासन की टीम ने स्थानीय लोगों से खुद अपने अतिक्रमण हटाने को कहा. इसके बाद लोगों ने अपने घरों को खुद ही तोड़ना शुरू किया. इस दौरान स्थानीय लोगों ने प्रशासन की कार्रवाई का विरोध करते हुए कहा कि वह करीब 40 सालों से इस जमीन पर रह रहे हैं. उनके पास मालिकाना अधिकार है. इसके बावजूद भी उन्हें जमीन से बेदखल किया जा रहा है.
लोगों ने स्वास्थ्य विभाग पर लगाया मनमानी का आरोप: उनका कहना है कि स्वास्थ्य विभाग जिस भूमि को अपनी बता रहा है, वहां सैकड़ों घर बनने तक स्वास्थ्य विभाग ने आज तक भूमि पर अपना दावा पेश नहीं किया. ना ही क्षेत्र में हो रहे निर्माण कार्य रुकवाने को लेकर कभी कार्रवाई की. अब क्षेत्र में सैकड़ों परिवार अपने घर बनाकर रहने लगे हैं, उसके बाद स्वास्थ्य विभाग अचानक जमीन को अपना बताते हुए अतिक्रमण के नाम पर घरों और जमीन को खाली करने का नोटिस देते हुए उनपर कार्रवाई कर रहा है जो गलत है.
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सपनों का आशियाना टूटता देख फूट फूट कर रही महिलाएं: मेहनत मजदूरी का क्षेत्र में बनाए गए घरों को टूटता देख महिलाएं और बच्चे फूट फूट का रोने लगे. प्रशासन के अधिकारियों से अपने घरों को न तोड़ने की अपील करते रहे. इस दौरान कुछ महिलाएं भी बेसुध हो गईं, जिन्हें स्थानीय महिलाओं ने बमुश्किल संभाला.
लोक निर्माण विभाग ने 50 मजदूर और 5 पिकअप गाड़ी की करी व्यवस्था: सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाए जाने के दौरान लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत ना हो, इसको लेकर लोक निर्माण विभाग ने 50 से अधिक मजदूरों को लगाया है. ताकि किसी भी व्यक्ति को घर तोड़ने के दौरान दिक्कत होने पर मजदूरों को लगाया जा सके. लोक निर्माण विभाग के अधिशासीय अभियंता रत्नेश सक्सेना ने बताया कि कर्मचारियों के अलावा विभाग ने पांच पिकअप वाहन भी मौके पर लगाए हैं, ताकि लोगों को अपना सामान दूसरे स्थान तक पहुंचने में मदद की जा सके.
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पुलिस बल चप्पे चप्पे पर रहा तैनात: अतिक्रमण पर हो रही कार्रवाई के दौरान जन विरोध ना झेलना पड़े, इसको लेकर पुलिस महकमा अलर्ट मोड में है. एसपी सिटी जगदीश चंद्र ने बताया अतिक्रमण प्रभावित क्षेत्र में 500 पुलिस के अधिकारी और जवान तैनात किए गए हैं. इसके अलावा सादी वर्दी में भी पुलिस के जवान मौके पर तैनात हैं, जो व्यवस्था नियंत्रित करने में लगे हुए हैं. इसके अलावा ड्रोन कैमरे से भी क्षेत्र में नजर रखी जा रही है.
मजदूरों की मदद से तोड़े जा रहे बहुमंजिला घर: प्रशासन की कार्रवाई के निर्देश के बाद क्षेत्र में रहने वाले लोगों ने खुद ही हाथों में हथौड़े और घन उठाकर अपने सपनों के आशियानों को तोड़ना शुरू किया. अपने टूटे घर देकर महिलाएं और बच्चे फूट-फूट कर रोने लगे. प्रशासन के अधिकारियों से अपने घरों को न तोड़ने की गुहार लगाते रहे. बेघर हुए सैकड़ों लोग अपने घरों के समान को कंधों में उठाकर दूसरी जगह शिफ्ट करते हुए नजर आए.
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एसडीएम ने क्या कहा? वहीं मामले में एसडीएम प्रमोद कुमार ने बताया कि पूर्व में स्वास्थ्य विभाग की भूमि पर हुए अतिक्रमण को चिन्हित किया गया था. स्थानीय लोगों ने अपने अतिक्रमण को हटाना भी शुरू कर दिया है. प्रथम चरण में स्थानीय लोगों से खुद अपना निर्माण हटाने को कहा है. 16 सितंबर से प्रशासन बलपूर्वक अतिक्रमण हटाएगा.
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