नैनीतालः सदी के महानायक अमिताभ बच्चन का आज 80वां जन्मदिन (Amitabh Bachchan Birthday) है. नैनीताल शेरवुड कॉलेज में उनके जन्मदिन पर केक काटा गया और उनके दीर्घायु की कामना की गई. इस मौके पर स्कूल के प्रिंसिपल ने अमिताभ बच्चन की स्कूल में बिताई यादों को साझा किया. उन्होंने बताया कि अमिताभ बच्चन प्रतिभा के धनी थे. वो स्कूल समय से ही एक्टिंग करते थे.
बता दें कि बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन (Actor Amitabh Bachchan) ने नैनीताल शेरवुड कॉलेज से पढ़ाई की थी. शेरवुड कॉलेज के प्रिंसिपल अमनदीप संधू ने बताया कि अभिनय की दुनिया में अमिताभ पहली बार साल 1957 में इसी स्कूल में एक्टिंग करने के लिए उतरे थे. प्रतिभा के धनी अमिताभ ने पहले ही साल स्कूल में एक्टिंग में मिलने वाला सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार कैंडल कप (बेस्ट एक्टर अवॉर्ड) जीता था. अमिताभ ने बिशप्स कैंडलश और द गवर्नमेंट इंस्पेक्टर में प्रमुख अभिनय किया था. जिससे उनकी स्कूल के छात्रों में अच्छी खासी पहचान बन गई थी.
उन्होंने बताया कि अगले साल 1958 में अमिताभ को कैंडल कप का प्रबल दावेदार माना जा रहा था, लेकिन दुर्भाग्य वश उन्हें मीसल्स नामक बीमारी हो गई और वो स्कूल की इंफरमरी में भर्ती हो गए. मिलमैन हॉल में जहां एक तरफ नाटक संपन्न हो रहा था तो दूसरी तरफ स्कूल के अस्पताल में नन्हे कलाकार का मन विचलित हो रहा था. सदी के महानायक अमिताभ बच्चन नाटक में प्रतिभाग न करने से खासा दुखी थे.
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प्रिंसिपल संधू के अनुसार, इंफरमरी में अमिताभ के पिता हरिवंश राय बच्चन उनका हाल जानने पहुंचे थे. इसी दौरान नाटक भी संपन्न हो गया और अमिताभ इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से महरूम रह गए. इस बीच उनके पिता हरिवंश राय बच्चन ने उन्हें समझाया और कहा 'मन का हो तो अच्छा है और मन का नहीं हो तो ज्यादा अच्छा'. यही वो शब्द हैं, जो अमिताभ बच्चन अक्सर दोहराते दिखते हैं.
प्रिंसिपल अमनदीप संधू ने बताया कि साल 2008 में अमिताभ बच्चन अपने पूरे परिवार के साथ जया बच्चन, अभिषेक बच्चन और बहू ऐश्वर्या राय बच्चन के साथ शेरवुड कॉलेज (Nainital Sherwood College) के एनुअल फंक्शन में पहुंचे थे. जहां पहुंच कर उन्होंने अपनी पुरानी यादों को ताजा किया. अमिताभ के साथ उनके भाई अजिताभ भी इसी स्कूल का हिस्सा रहे. जो अमिताभ की तरह ही सीनियर कैंब्रिज की शिक्षा ग्रहण कर इलाहाबाद चले गए थे. उनके सहपाठी और इलाहाबाद निवासी रवि एस धवन पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस बने थे.
प्रिंसिपल संधू ने बताया कि साल 1957 में जब स्कूल का स्विमिंग पूल बन रहा था तो अमिताभ के बैच ने भी स्विमिंग पूल बनाने के लिए श्रमदान किया था. जो आज स्कूल के वाटर स्पोर्ट्स का मुख्य केंद्र है. सदी के महानायक स्कूल के समय से ही अच्छे रंगकर्मी और खिलाड़ी भी रहे. अमिताभ ने बॉक्सिंग प्रतियोगिता में भाग लेकर बेस्ट साइंटिफिक बॉक्सर का खिताब भी अपने नाम किया था. यही कुछ पल थे, जो सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने नैनीताल के शेरवुड कॉलेज में बिताए थे.