हल्द्वानी: उत्तराखंड की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था (Poor health system of Uttarakhand) किसी से छिपी नहीं है. आये दिन अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी (shortage of doctors in hospitals), स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव और पालकी के सहारे मरीज (patient on palanquin) को ढोते ग्रामीणों की तस्वीरें सामने आती रहती हैं. वहीं, एक तस्वीर हल्द्वानी से भी सामने आई है, जिसमें स्वास्थ्य विभाग की घोर लापरवाही देखने को मिल रही है. ये तस्वीर मोटहल्दू स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (Primary Health Center at Mothaldu) की है. जहां एक दो नहीं, बल्कि 6 एंबुलेंस सालों से पड़ी-पड़ी ज़ंग खा रही हैं.
उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही (negligence of uttarakhand health department) कहें या उत्तराखंड में संचालित करने वाली पूर्व की 108 सेवा देने वाली कंपनी की मनमानी. जिसकी वजह से 108 सेवा की कई गाड़ियां अस्पताल में पिछले कई सालों से खड़े-खड़े ज़ंग खा रही हैं. यहां तक कि गाड़ियों ने अस्पताल की जगह को घेर रखा है, जो असामाजिक तत्वों का अड्डा बना हुआ है. जो अब स्वास्थ्य विभाग के लिए सरदर्द बन गया है, लेकिन इनको अस्पताल परिसर से हटाने की जहमत न ही स्वास्थ्य विभाग उठा रहा है और न ही 108 सेवा देने वाली कंपनी.
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हम बात कर रहे हैं, हल्द्वानी के मोटहल्दू स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की. यहां पिछले कई सालों से अस्पताल परिसर में 108 सेवा वाहन खड़े-खड़े ज़ंग खा रही हैं. जो आजकल असामाजिक तत्वों का अड्डा भी बनी हुई हैं. बताया जा रहा है कि पूर्व में 108 की सेवा देने वाली कंपनी की यह गाड़ियां है, जो टेंडर खत्म होने के बाद पिछले कई सालों से अस्पताल परिसर में खड़ी हैं. इन गाड़ियों के चलते अस्पताल की पार्किंग भी बंद हो गई है.
गाड़ियों के आसपास बड़ी-बड़ी झाड़ी उग गई हैं, जो असामाजिक तत्वों का अड्डा बनी हुई हैं. यहां तक की असामाजिक तत्व इन गाड़ियों में बैठकर नशे का सेवन भी करते हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग गाड़ियों को हटवाने की जहमत नहीं उठा रहे हैं. मामले में डिप्टी सीएमओ रश्मि पंत (Deputy CMO Rashmi Pant) का कहना है कि गाड़ियों को उठाने के लिए कार्रवाई कर दी गई है, जल्द वाहनों को कंपनी उठा ले जाएगी.