हल्द्वानी: काठगोदाम-हैड़ाखान मार्ग (Kathgodam Haidakhan road) अभी भी बंद है. पिछले 24 दिनों से प्रशासन अब तक 120 गांव के लोगों के आवागमन के लिए वैकल्पिक मार्ग (Alternative arrangement of Kathgodam Hadakhan Road) नहीं बना पाया है. 24 दिन पूर्व अचानक बिना बरसात के हुए भूस्खलन में हल्द्वानी काठगोदाम हेड़ाखान मार्ग पूरी तरह जमींदोज हो गया था. जिसके बाद से ही ये मार्ग अवरुद्ध है. यह सड़क जिला मुख्यालय नैनीताल से 120 गांवों को जोड़ती है. लाखों की आबादी पिछले 1 महीने से मार्ग खुलने का इंतजार कर रही है.
जिला प्रशासन ने भूस्खलन वाली जगह पर भूगर्भ वैज्ञानिक, बीआरओ टेक्नीशियन तथा टीएचडीसी की टीम का मौका मुआयना भी करा दिया है. जिलाधिकारी नैनीताल धीराज सिंह गर्ब्याल ने कहा भूस्खलन क्षेत्र काफी संवेदनशील है, लिहाजा प्रशासन वैकल्पिक मार्ग तलाश रहा है. अगले कुछ दिनों में प्रशासन वैकल्पिक मार्ग को पूरा कर लेगा और स्थाई मार्ग के लिए कई एजेंसियों की रिपोर्ट आने के बाद ही कोई निर्णय सरकार के स्तर पर लिया जाएगा.
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15 किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा है: हल्द्वानी और बाहर से आने जाने वाले लोग पैदल ही अपने गंतव्य की ओर जा रहे हैं. काठगोदाम हल्द्वानी से रोसिल, मटेला, खनस्यू हरीशताल जाने वाले लोगों को 10 से 15 किलोमीटर का पैदल सफर जंगल के रास्ते से तय करना पड़ रहा है. सड़क बंद होने के बाद ग्रामीणों को मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं.
ग्रामीणों का कहना है जनप्रतिनिधियों से लेकर प्रशासन सब इस मामले में उदासीन हैं. जिसके कारण अगले कई दिनों तक सड़क खुलने की कोई भी उम्मीद नजर नहीं आ रही है. कई लोग ऐसे हैं जिनके घरों में शादियां हैं. कुछ लोगों को गांव से नौकरी के चक्कर में रोज हल्द्वानी आना पड़ता है. सभी को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.