हल्द्वानी में प्रशासन का हंटर, अवैध खनन और अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई - डेढ़ करोड़ रुपए से ज्यादा का जुर्माना
नैनीताल जिले के कालाढूंगी में प्रशासन ने अवैध खनन के मामले में डेढ़ करोड़ रुपए से ज्यादा का जुर्माना लगाया है. यहां गड्ढे खोदकर अवैध खनन किया गया था, जिस पर ये कार्रवाई की गई है. वहीं, जिला प्रशासन की टीम ने अतिक्रमण को लेकर भी कार्रवाई की है.
हल्द्वानी: उत्तराखंड के कुमाऊं में अवैध खनन का खेल जारी है. नैनीताल जिले के खनन विभाग ने अवैध खनन के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए डेढ़ करोड़ से अधिक का जुर्माना लगाया है. अपर निदेशक खनन भूतत्व एवं खनिकर्म इकाई हल्द्वानी राज्यपाल लेघा द्वारा कालाढूंगी क्षेत्र में दो जगहों पर गड्ढे खोदकर किए गए अवैध खनन पर जुर्माना लगाया गया है.
कार्रवाई में एसडीएम कालाढूंगी रेखा कोहली और तहसीलदार कालाढूंगी समेत अन्य विभाग के अधिकारी मौजूद रहे. जानकारी के मुताबिक सेमलचौड़ में गड्ढा खोदकर अवैध रूप से खनन किया गया था, जिसमें ₹308 प्रति घन मीटर की दर से 25 लाख का जुर्माना लगाया गया है, तो वही दूसरे गड्ढे में भी अवैध खनन पर 1 करोड़ 47 लाख से अधिक का जुर्माना लगाया गया है.
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राजपाल लेघा ने कहा दोनों गड्ढों में 40,432 घन मीटर खनिज अवैध पाए गए हैं. पोकलैंड और दो डंपर को भी सील किया गया है. जिले में अवैध खनन पर कार्रवाई लगातार जारी रहेगी. उन्होंने बताया कि अवैध खनन के छापामारी के दौरान खनन करने वाले कारोबारी भाग खड़े हुए. पूरे मामले में क्षेत्र स्वामियों के खिलाफ जिला प्रशासन द्वारा आगे की कार्रवाई की जा रही है.
बाजारों में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई: वहीं दीपावली के पर्व पर जिला प्रशासन और हल्द्वानी नगर निगम ने पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त रूप से अभियान चलाया. बाजारों में सड़कों पर अतिक्रमण करने वाले व्यापारियों को तत्काल अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए गए. साथ ही अतिक्रमण करने वालों के चालान भी किये गए.
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नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय और सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह ने बताया कि व्यापारी दीपावली के मद्देनजर सड़कों पर जमकर अतिक्रमण किए हुए हैं. दुकानों के बाहर भी दुकानें लगाई गई है. लोगों को खरीददारी करने में भारी परेशानी हो रही है.
इसी वजह से प्रशासन ने यह अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया है. यदि व्यापारियों ने अपने दुकानों को नियंत्रित नहीं किया तो इनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल चालान की कार्रवाई के साथ ही सभी दुकानदारों को सख्त चेतावनी देकर अतिक्रमण हटाया गया है.