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कोसी नदी में बाढ़ की आशंका को लेकर प्रशासन अलर्ट, सावधानी बरतने के दिए निर्देश - बारिश अलर्ट

प्रशासन ने बाढ़ के खतरे को देखते हुए कोसी नदी के किनारे बसे लोगों को विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं. साथ ही नदी के जलस्तर को देखते हुए बाढ़ चौकियों को सतर्क कर दिया गया है.

rain in uttarakhand
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Published : Jul 12, 2019, 7:48 AM IST

रामनगरः प्रदेश में मॉनसून दस्तक दे चुका है. ऐसे में कई जगह बारिश हो रही है. जिससे नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है. बारिश के मद्देनजर प्रशासन अलर्ट हो गया है. प्रशासन ने बाढ़ के खतरे को देखते हुए कोसी नदी के किनारे बसे लोगों को विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं. साथ बाढ़ चौकियों के साथ कंट्रोल रूम भी बनाया गया है. जहां से आपदा संभावित जगहों पर लगातार नजर रखी जा रही है.

जानकारी देते एसडीएम हरीगिरी गोस्वामी.

बता दें कि पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश होने से कोसी नदी का जलस्तर बढ़ जाता है. ऐसे में कई बार बाढ़ की स्थिति पैदा हो जाती है. जिसे देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने कोसी नदी किनारे सटे गांव और मोहल्लों को अलर्ट कर दिया है. जिससे कोई जान-माल का नुकसान ना हो. एसडीएम हरीगिरी गोस्वामी का कहना है कि कोसी नदी के जलस्तर को देखते हुए नदी किनारे बनी बाढ़ चौकियों को सतर्क कर दिया गया है. जहां पर प्रशासन की टीम लगातार स्तिथि पर नजर बनाए हुए हैं.

ये भी पढ़ेंः 'हिलटॉप' को लेकर नरेंद्र गिरी ने सरकार का किया समर्थन, कहा- शराब की फैक्ट्री से बढ़ेगा रोजगार

उन्होंने कहा कि दैवीय आपदा और कोसी नदी के बैराज पर बने सिंचाई विभाग के कंट्रोल रूम भी 24 घंटे काम कर रहे हैं. सिंचाई विभाग की टीम से लगातार संपर्क बनाया जा रहा है. इस दौरान कोसी नदी में बाढ़ की स्थिति पैदा होने पर टीम तत्काल मौके पर पहुंचेगी और राहत व बचाय कार्य करेगी. साथ ही कहा कि रामनगर-बुआखाल राष्ट्रीय राजमार्ग-121 और हल्द्वानी मोटर मार्ग पर पड़ने वाले बरसाती नाले व रपटों पर भी प्रशासन नजर बनाए हुए हैं. इन स्थानों पर साइन बोर्ड के जरिए लोगों को सावधानी बरतने के निर्देश दिए जा रहे हैं.

रामनगरः प्रदेश में मॉनसून दस्तक दे चुका है. ऐसे में कई जगह बारिश हो रही है. जिससे नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है. बारिश के मद्देनजर प्रशासन अलर्ट हो गया है. प्रशासन ने बाढ़ के खतरे को देखते हुए कोसी नदी के किनारे बसे लोगों को विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं. साथ बाढ़ चौकियों के साथ कंट्रोल रूम भी बनाया गया है. जहां से आपदा संभावित जगहों पर लगातार नजर रखी जा रही है.

जानकारी देते एसडीएम हरीगिरी गोस्वामी.

बता दें कि पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश होने से कोसी नदी का जलस्तर बढ़ जाता है. ऐसे में कई बार बाढ़ की स्थिति पैदा हो जाती है. जिसे देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने कोसी नदी किनारे सटे गांव और मोहल्लों को अलर्ट कर दिया है. जिससे कोई जान-माल का नुकसान ना हो. एसडीएम हरीगिरी गोस्वामी का कहना है कि कोसी नदी के जलस्तर को देखते हुए नदी किनारे बनी बाढ़ चौकियों को सतर्क कर दिया गया है. जहां पर प्रशासन की टीम लगातार स्तिथि पर नजर बनाए हुए हैं.

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उन्होंने कहा कि दैवीय आपदा और कोसी नदी के बैराज पर बने सिंचाई विभाग के कंट्रोल रूम भी 24 घंटे काम कर रहे हैं. सिंचाई विभाग की टीम से लगातार संपर्क बनाया जा रहा है. इस दौरान कोसी नदी में बाढ़ की स्थिति पैदा होने पर टीम तत्काल मौके पर पहुंचेगी और राहत व बचाय कार्य करेगी. साथ ही कहा कि रामनगर-बुआखाल राष्ट्रीय राजमार्ग-121 और हल्द्वानी मोटर मार्ग पर पड़ने वाले बरसाती नाले व रपटों पर भी प्रशासन नजर बनाए हुए हैं. इन स्थानों पर साइन बोर्ड के जरिए लोगों को सावधानी बरतने के निर्देश दिए जा रहे हैं.

Intro:summery - रामनगर की कोसी नदी मैं बाढ़ को खतरे के देखते हुए इसके किनारे बसे गांवों और नगर के मौहल्लों को स्थानीय प्रशासन ने सावधान कर दिया गया है। और इससे निपटने के लिए हर संभव फूल तैयारी कर प्रशासन दावा कर रहा है।

intro- रामनगर में कोसी नदी किनारे बसे गांवों व क्षेत्रों में पहाड़ों पर हो रही बारिश के चलते बाढ़ की आशंका को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने अलर्ट घोषित किया है।


Body:v.o.- रामनगर में बरसात के मौसम को देखते हुए कोसी नदी किनारे लगे गांव व क्षेत्रों में स्थानीय प्रशासन में अलर्ट घोषित किया है। अलर्ट घोषित करने के पीछे का मकसद पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही लगातार बारिश के चलते कोसी नदी में बाढ़ आने का खतरा बना हुआ है।और कोसी नदी किनारे बसे गांवों में कोई हानि न हो इसके लिए वहां की जनता को सतर्क कर दिया गया। वहीं स्थानीय प्रशासन की मानें तो पहाड़ों में हो रही बारिश के कारण कोसी नदी का जलस्तर बढ़ेगा जिसको देखते हुए नदी किनारे बनी बाढ़ चौकियों को सतर्क कर दिया गया है। वह लगातार स्तिथि पर नजर बनाए हुए हैं। और उनके द्वारा स्थापित किए गए दैवीय आपदा कंट्रोल रूम भी 24 घंटे काम कर रहा है। इसके अलावा कोसी नदी बैराज पर बना सिंचाई विभाग का कंट्रोल रूम भी काम कर रहा है स्थानीय प्रशासन और सिंचाई विभाग का लगातार संपर्क बना हुआ है। यदि कोसी नदी में बाढ़ आने जैसे हालात बनते हैं तो दैविक आपदा को ध्यान में रखकर बनाई गई टीम तुरंत ही उन क्षेत्रों में पहुंचेगी और हालातो को काबू में करने का प्रयास करेगी। इसके साथ ही रामनगर बुआखल राष्ट्रीय राजमार्ग 121 और हल्द्वानी मोटर मार्ग पर पढ़ने वाले बरसाती नाले और रपटों पर भी प्रशासन जनता को सावधान करने के लिए साइन बोर्ड लगा रहा है। ताकि वह बरसाती नाले व रपटे देख कर पार करें।
byte- हरीगिरी गोस्वामी(एसडीएम, रामनगर)


Conclusion:fvo.- प्रशासन ने कोसी नदी किनारे बनी बाढ़ चौकियों और दैविक आपदा कंट्रोल रूम भले ही सतर्कता से काम कर रहा है। इसमें कोई शक नहीं है परंतु दैविक आपदा कब आ जाए इससे कैसे निपटा जाए या प्रशासन के सामने बहुत बड़ी चुनौती होगी।
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