हल्द्वानीः उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 को होने में महज गिनती भर के दिन रहे हैं. ऐसे में सभी दलों के दिग्गज नेता उत्तराखंड में रैली और जनसभा कर रहे हैं. इसी कड़ी में कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने हल्द्वानी में कांग्रेस प्रत्याशी सुमित हृदयेश के पक्ष में जनसभा की. इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में कांग्रेस की आंधी है, उसमें बीजेपी के नेता उड़ जाएंगे.
बता दें कि हल्द्वानी विधानसभा सीट से सुमित हृदयेश बतौर कांग्रेस प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. उनके पक्ष में जनसभा करने हल्द्वानी पहुंचे आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि उत्तराखंड में कांग्रेस का ग्राफ बढ़ रहा है. आम जनता के बीच में काफी बढ़त दिखाई दे रही है. उत्तर प्रदेश में भी कांग्रेस सभी सीटों पर प्रियंका गांधी के नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है और उम्मीद है कि यूपी की जनता कांग्रेस की तरफ वापस आएगी.
ये भी पढ़ेंः 'उत्तराखंड में BJP का सर्वर होगा डाउन', PM की हल्द्वानी रैली पर प्रमोद कृष्णम का निशाना
हर शहर, हर गली और हर घर के नेता हरीश रावतः पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के लालकुआं विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि हरीश रावत उत्तराखंड के शहर-शहर, हर गली और घर के नेता हैं. उनके बारे में कुछ भी बयानबाजी करना उचित नहीं है. यह तय हो गया है कि 2022 में उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है. इसके अलावा 2024 में केंद्र में कांग्रेस अपनी सरकार बना रही है.
हिंदू-मुस्लिम से देश को तोड़ रही बीजेपीः आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि कांग्रेस हिंदू और मुसलमान में कोई भेदभाव नहीं समझती है. हिंदू-मुस्लिम करना बीजेपी का काम है. उन्होंने कहा कि बीजेपी एक बार फिर देश को तोड़ने का काम कर रही है. बीजेपी केवल एक ही चश्मे में हिंदू और मुसलमानों को देखने का काम कर रही है.
ये भी पढ़ेंः हरीश रावत बोले- बीजेपी का दृष्टि पत्र दृष्टिबाधित रोग से ग्रसित, नकल और अक्ल में होता है अंतर
मुस्लिम यूनिवर्सिटी पर क्या बोले? वहीं, मुस्लिम यूनिवर्सिटी विवाद मामले में आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि बीजेपी हर बात पर सांप्रदायिक रंग देना चाहती है. जबकि, कोई भी यूनिवर्सिटी जहां शिक्षा दी जाती है, वो खोली जा सकती है. स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी में इंसानियत की शिक्षा दी जाती है. साथ ही जिंदगी बेहतर करने और भविष्य में आगे कैसे बढ़ें ये सिखाया जाता है. ऐसे में यूनिवर्सिटी से किसी को कोई परहेज नहीं होना चाहिए.