हल्द्वानीः उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के मद्देनजर पुलिस अपराधियों पर लगाम कसने में जुटी है. शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के लिए पुलिस प्रशासन अपराधियों के खिलाफ जिला बदर, गैंगस्टर समेत कई धाराओं में धरपकड़ कर जेल भेजने की कार्रवाई कर रहा है. इसके अलावा पुराने हिस्ट्रीशीटरों के खिलाफ धरपकड़ की कार्रवाई जारी है. लेकिन कुमाऊं मंडल के लापता 90 हिस्ट्रीशीटर पुलिस के लिए सिरदर्द बन गए हैं.
जिलों के हिस्ट्रीशीटरः कुमाऊं मंडल में कुल 718 हिस्ट्रीशीटर हैं, लेकिन पुलिस की नजरों में सिर्फ 547 हिस्ट्रीशीटर मौजूद हैं, जो या तो जेल में बंद हैं या फिर बेल पर हैं. वहीं, 90 हिस्ट्रीशीटर लापता हैं. सबसे अधिक हिस्ट्रीशीटर उधम सिंह नगर में हैं. यहां 427 हिस्ट्रीशीटर में 333 पुलिस की नजर में हैं, जबकि 47 लापता हैं. नैनीताल जनपद में 151 हिस्ट्रीशीटर हैं, जिसमें 110 मौजूद हैं, जबकि 25 लापता हैं. पिथौरागढ़ में 53 हिस्ट्रीशीटर हैं, जिसमें 47 पर पुलिस की नजरें बनी हुई हैं. जबकि 4 लापता हैं. अल्मोड़ा में 30 हिस्ट्रीशीटर हैं, जिसमें 22 मौजूद हैं, 5 लापता हैं. चंपावत में 37 हिस्ट्रीशीटर हैं, जिसमें 20 मौजूद हैं. 4 लापता है. बागेश्वर में 20 हिस्ट्रीशीटर हैं, जिसमें 15 मौजूद हैं, जबकि 5 लापता हैं.
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डीआईजी कुमाऊं नीलेश आनंद भरणे का कहना है कि चुनाव के मद्देनजर अपराधियों के खिलाफ पुलिस द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है. जो भी वांछित तत्व हैं, पुलिस उसकी धरपकड़ के साथ-साथ उनकी निगरानी भी कर रही है. साथ ही कई बदमाशों पर जिला बदर, गुंडा एक्ट की कार्रवाई की जा रही है.
इसके अलावा चुनाव के मद्देनजर अंतरराज्यीय बॉर्डर पर पुलिस चेक पोस्ट के जरिए आने-जाने वालों पर निगरानी रखी जा रही है. साथ ही तलाशी अभियान भी चलाई जा रही है. उधम सिंह नगर में करीब 100 चेकपोस्ट बनाए गए हैं, जबकि नैनीताल में 30 चेकपोस्ट बनाए गए हैं. जबकि, पहाड़ी जनपदों में 10-10 चेकपोस्ट बनाए गए हैं.