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पंचायत चुनावः नैनीताल के मंगोली गांव में 21 साल की मनीषा बनीं ग्राम प्रधान - नैनीताल सबसे कम उम्र की प्रधान मनीषा

नैनीताल के मंगोली गांव में 21 साल की मनीषा ग्राम प्रधान निर्वाचित हुई हैं. मनीषा की प्राथमिकता गांव की मूलभूत समस्याओं का दूर करना है.

मनीषा
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Published : Oct 21, 2019, 7:30 PM IST

Updated : Oct 21, 2019, 7:55 PM IST

नैनीतालः उत्तराखंड में 12 जिलों में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना जारी है. इस बार पंचायत चुनाव में जीत दर्ज करने वाले अधिकतर प्रत्याशी युवा हैं. इसी कड़ी में नैनीताल के मंगोली गांव की 21 साल की मनीषा ने प्रधान पद पर जीत हासिल की है. मनीषा का कहना है कि गांव की बदहाल व्यवस्था को सुधारने के लिए उन्होंने राजनीति में कदम रखा है.

नैनीताल के मंगोली गांव में 21 साल की मनीषा बनीं ग्राम प्रधान.

दरअसल, नैनीताल के दूरस्थ गांव मंगोली में आज तक मूलभूत सुविधा नहीं पहुंच पाई हैं. इन समस्याओं को देखते मनीषा ने चुनाव लड़ने का निर्णय लिया और निर्वाचित भी हो गई है. मनीषा का कहना है कि उनका गांव आज भी बदहाल स्थिति में हैं. गांव आज भी काफी पिछड़ा हुआ है.

ये भी पढ़ेंः पंचायत चुनाव 2019: रागिनी बनीं सबसे कम उम्र की प्रधान, प्रतिद्वंदी को 383 मतों से हराया

मनीषा ने बताया कि गांव में रास्ते बदहाल स्थिति में है. पानी की हमेशा किल्लत रहती है. ग्रामीण दूर-दूर से पानी ढोने को मजबूर हैं. उनकी प्राथमिकता गांव में मूलभूत सुविधाएं मुहैया करना है. मनीषा ने कहा कि वो अपने 5 साल के कार्यकाल में बेहतर काम करने का प्रयास करेगी.

नैनीतालः उत्तराखंड में 12 जिलों में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना जारी है. इस बार पंचायत चुनाव में जीत दर्ज करने वाले अधिकतर प्रत्याशी युवा हैं. इसी कड़ी में नैनीताल के मंगोली गांव की 21 साल की मनीषा ने प्रधान पद पर जीत हासिल की है. मनीषा का कहना है कि गांव की बदहाल व्यवस्था को सुधारने के लिए उन्होंने राजनीति में कदम रखा है.

नैनीताल के मंगोली गांव में 21 साल की मनीषा बनीं ग्राम प्रधान.

दरअसल, नैनीताल के दूरस्थ गांव मंगोली में आज तक मूलभूत सुविधा नहीं पहुंच पाई हैं. इन समस्याओं को देखते मनीषा ने चुनाव लड़ने का निर्णय लिया और निर्वाचित भी हो गई है. मनीषा का कहना है कि उनका गांव आज भी बदहाल स्थिति में हैं. गांव आज भी काफी पिछड़ा हुआ है.

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मनीषा ने बताया कि गांव में रास्ते बदहाल स्थिति में है. पानी की हमेशा किल्लत रहती है. ग्रामीण दूर-दूर से पानी ढोने को मजबूर हैं. उनकी प्राथमिकता गांव में मूलभूत सुविधाएं मुहैया करना है. मनीषा ने कहा कि वो अपने 5 साल के कार्यकाल में बेहतर काम करने का प्रयास करेगी.

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नैनीताल के मंगोली गाँव मे 21 साल की युवा महिला बनी ग्राम प्रधान।

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प्रदेश में पंचायत चुनाव की वजह से आज युवा अपने गांव की तरफ रुख कर रहे हैं और इस बार पंचायत चुनाव में जीत दर्ज करने वाले अधिकतम प्रत्याशी युवा हैं और इससे अंदाजा लगाया जाने लगा है कि एक बार रिवर्स पलायन होगा जिससे गांव आबाद होंगे।


Body:पलायन की की मार झेल रहे उत्तराखंड के गांव एक बार फिर आबाद हो चले हैं क्योंकि इन दिनों प्रदेश में चल रहे पंचायत चुनाव की वजह से बेरोजगार युवा गांवों में पहुंचकर चुनाव लड़ रहे हैं और आज चुनाव परिणाम आने के बाद नैनीताल के मंगोली गांव की रहने वाली 21 साल की मनीषा ने प्रधान पद जीत हासिल की,

वहीं 21 साल की रागिनी आर्य ने भी हल्द्वानी में ग्राम प्रधान का चुनाव जीता है रागिनी हल्द्वानी के एमबीपीजी कॉलेज से साइकोलॉजी में ग्रेजुएशन कंप्लीट किया है जिसके बाद रागिनी अपना भाग्य राजनीति के क्षेत्र में आजमाया और पहली बार चुनाव जीतकर क्षेत्र का विकास करने का दम भरा है।


Conclusion:नैनीताल के दूरस्थ गांव मंगोली चुनाव जीतने वाली मनीषा बताती हैं कि उनकी गांव आज भी बदहाल स्थिति में है इसी वजह से गांव के विकास और गांव की बदहाल व्यवस्था को सुधारने के लिए उन्होंने चुनाव में कदम रखा ताकि गांव की मूलभूत सुविधाओं को पूरा कर सकें जिससे स्थानीय ग्रामीणों को किसी प्रकार की दिक्कत ना हो ।

बाईट- मनीषा, नव नियुक्त प्रधान, मंगोली।
Last Updated : Oct 21, 2019, 7:55 PM IST
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