हरिद्वार: उत्तराखंड में मौसम का मिजाज तल्ख है. बीते दिन से हो रही बारिश से उत्तराखंड में जनजीवन थम सा गया है. वहीं भारी बारिश (haridwar heavy rain) के कारण हरिद्वार के पंचपुरी में जगह-जगह भारी जलभराव (Haridwar Panchpuri Waterlogging) देखने को मिल रहा है. प्रेमनगर आश्रम चौक अंडर ब्रिज ब्रह्मपुरी मोती बाजार चौक बाजार ज्वालापुर कटहरा बाजार कनखल थाना बंगाली अस्पताल के आसपास का इलाका सहित लगभग सभी जगह जलभराव (Haridwar water logging problem) के कारण लोग परेशान होते नजर आए. पानी में फंसे वाहनों को लोग धक्का देकर निकालने की कोशिश करते दिखाई दिए.
हरिद्वार और औद्योगिक नगरी बीएचईएल को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग गुरुवार रात से ही भारी जलभराव के कारण बाधित रहा. यहां पर काफी मात्रा में पानी भर जाने के कारण लोगों को खासी परेशानी झेलनी पड़ी. कहने के लिए 2 साल पहले यहां पर वाटर इजेक्टर पंप लगाए गए थे, लेकिन यह भी बरसात में सिर्फ शोपीस बनकर रह गए हैं. इसी तरह रेलवे फाटक अंडरपास पर भी पानी निकालने के पुख्ता दावे किए गए थे, लेकिन बरसात में यहां पर इस बार भी जमकर जलभराव हुआ. जिसके चलते यह अंडरपास भी रात से बंद पड़ा है. ज्वालापुर का कटहरा बाजार हो या फिर चौक बाजार या फिर सराफा बाजार या फिर पीठ बाजार जलभराव से लोग परेशान हैं.
इसी तरह सब्जी मंडी हरिद्वार मोती बाजार (Haridwar Moti Bazar) में भी पहाड़ों से आने वाले पानी और मिट्टी के कारण सुबह से व्यापारी परेशान नजर आए. बाजार में ना यात्री थे और ना ही दुकान में जाने के लिए रास्ता दिखाई दिया. कनखल क्षेत्र में भी पुलिस थाने झंडा चौक सराफा बाजार बंगाली मोड़ इलाके में रात भर हुई बारिश से पानी सड़कों व मोहल्लों में भर गया. रात भर चली बरसात के बावजूद भी सुबह बारिश ने रुकने का नाम नहीं लिया है. यदि इसी तरह अगले कुछ घंटे बरसात होती रही तो हरिद्वार में तमाम व्यवस्थाएं और बुरी तरह से चौपट हो जाएंगी.
बता दें कि उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है. वहीं बारिश से पर्वतीय इलाकों के साथ-साथ मैदानी क्षेत्रों में भी ठंड बढ़ गई है. वहीं मौसम विभाग ने आज प्रदेश के बागेश्वर, पिथौरागढ़ और नैनीताल में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना जताई है. इसके अलावा पर्वतीय इलाकों में कहीं-कहीं आकाशीय बिजली के साथ तेज बारिश की संभावना भी है. इसके अलावा मौसम विभाग ने प्रदेश के अन्य जिलों में भी गरज के साथ बारिश होने होने की आशंका जताई है.
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पहाड़ी से गिर रहे पत्थर: गुरुवार रात से हो रही बरसात के बाद अब हरकी पैड़ी क्षेत्र में पहाड़ी से पत्थरों के गिरने का सिलसिला शुरू हो गया है. पहाड़ी से बड़े-बड़े पत्थर मुख्य सड़क पर आकर गिर रहे हैं. जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. बरसात के समय अक्सर इस पहाड़ी से पत्थर बाजार में मुख्य मार्ग पर आकर गिरते रहते हैं. बता दें कि हरकी पैड़ी क्षेत्र राजाजी टाइगर रिजर्व की पहाड़ियों की बिल्कुल तलहटी में स्थित है. मनसा देवी पहाड़ी के बेहद कच्चा होने के कारण हल्की सी बारिश में ही यहां पर पहाड़ से मलबा और पत्थर मुख्य मार्ग पर आ जाते हैं. शुक्रवार सुबह भी बरसात के चलते एक बार फिर मनसा देवी की पहाड़ी के दरकने का सिलसिला शुरू हो गया है. पहाड़ी से पत्थर की बड़ी-बड़ी चट्टानें मुख्य मार्ग पर गिर रही हैं.
जिस स्थान पर पत्थर आकर गिर रहे हैं, उससे हर की पैड़ी ब्रह्मकुंड की दूरी मात्र 10 कदम की है. ऐसा नहीं कि पहाड़ी से पत्थर गिरने का यह कोई पहला वाक्य है जब भी इलाके में मूसलाधार बरसात होती है तो इस पहाड़ी से इसी तरह पत्थर सड़क पर आ गिरते हैं. शुक्रवार को गनीमत यह रही कि इन पत्थरों की चपेट में आकर कोई हादसा नहीं हुआ. एहतियात के तौर पर फिलहाल मौके से पत्थर हटाने का काम कराया जा रहा है. साथ ही हर की पैड़ी चौकी पुलिस ने यहां पर स्थित दुकानों को भी फिलहाल बंद करा दिया है.