हरिद्वारः शिया वक्फ बोर्ड यूपी के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी के इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म अपनाने के बाद उनके संन्यास (Jitendra Narayan Tyagi will SANNYAS) लेने की तैयारियों को अमलीजामा पहना जा रहा है. संन्यास प्रक्रिया में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ ही केंद्र के अन्य बड़े नेता व दूसरे प्रदेशों के संत भी मौजूद रहेंगे. मुख्यमंत्री से संन्यास प्रक्रिया कार्यक्रम में शामिल होने के लिए तारीख मिलने का इंतजार किया जा रहा है.
धर्मनगरी के वेदनिकेतन में आयोजित धर्मसंसद में अमर्यादित भाषणों के मामले में जेल भेजे गए शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी के सुप्रीम कोर्ट से अंतरित जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद उन्होंने शाम्भवी पीठाधीश्वर शंकराचार्य परिषद (Shambhavi Peethadheeshwar Shankaracharya Parishad) के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप से संन्यास लेने की इच्छा जताई थी. जिसके बाद शाम्भवी पीठाधीश्वर के साथ वह संतों से मुलाकात करने के लिए भी पहुंचे थे.
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जानकारी के मुताबिक, 3 जून से 10 जून के बीच कभी भी उनको संन्यास दिलवाया जा सकता है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के चंपावत उपचुनाव में व्यस्त रहने के कारण उनका समय नहीं मिल पा रहा है. इसके चलते कार्यक्रम की तैयारियों को रोका गया है. संन्यास कार्यक्रम निरंजनी अखाड़े में ही आयोजित होगा. शाम्भवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप ने बताया कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में आने की तारीख मिलने का इंतजार किया जा रहा है. संन्यास प्रक्रिया में स्थानीय संतों के साथ ही देश के अन्य संतों को भी न्योता भेजा जाएगा. वहीं केंद्रीय स्तर के नेताओं को भी आमंत्रित किया जाएगा. संन्यास कार्यक्रम तीन दिवसीय होगा.