हरिद्वार: कोरोना वायरस पूरे देश में तेजी के साथ पैर पसार रहा है. इससे बचने का अभी सिर्फ एक ही जरिया है वो है सोशल डिस्टेंस (सामाजिक दूरी). लेकिन कुछ लोगों के साथ पुलिस-प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग भी सोशल डिस्टेंस के नियमों को लेकर कितना गंभीर इसकी एक बानगी जिला अस्पताल हरिद्वार में देखने को मिली. यहां जिला अस्पताल में ही सोशल डिस्टेंस के नियमों का पालन नहीं हो रहा है.
कोरोना वायरस की चेन तोड़ने का सिर्फ एक ही हथियार है वो है सोशल डिस्टेंस यानी आप किसी काम की वजह से कहीं पर खडे़ हैं या फिर ऑफिस में काम कर रहे हैं तो उचित दूरी बनाए रखें. सोशल डिस्टेंस का पालन कराने को लेकर सरकार कई माध्यमों से लोगों को जागरूक भी कर रही है. इन जागरूकता अभियान का कुछ लोगों पर कोई असर नहीं हो रहा है. यदि असर होता तो हरिद्वार जिला अस्पताल में मरीज और उनके तीमारदार पर्ची बनवाने की लाइन में सटकर खड़े नहीं होते.
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ताज्जुब की बात तो यह है कि सोशल डिस्टेंस की ये धज्जियां जिला अस्पताल में उड़ाई जा रही हैं. अस्पताल प्रबंधन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. हालांकि इस दौरान वहां एक-दो पुलिसकर्मी भी मौजूद थे, लेकिन उनका ध्यान भी इस ओर नहीं जा रहा था. उन्हें इस बात से कोई लेना-देना नहीं कि सरकार के आदेशों का पालन हो रहा है या नहीं.
इस बारे में जब हरिद्वार जिला अस्पताल के सीएमएस राजेश गुप्ता से बात की तो उन्होंने खुद माना कि कुछ लोग सोशल डिस्टेंस के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं. सीएमएस गुप्ता ने कहा कि उन्होंने कई बार मरीजों और उनके तीमारदारों से उचित दूरी बनाए रखने के लिए कहा है, लेकिन कोई मानने को तैयार ही नहीं होता है.
सवाल ये है कि सीएमएस को ये सब पता होने के बावजूद भी वे कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. सोशल डिस्टेंस का पालन न करके जिला अस्पताल में कोरोना को दावत देने का काम किया जा रहा है.