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रुड़की पहुंचा शारिक का शव, गांव में पसरा मातम, जम्मू में हुए बम धमाके में हुई थी मौत - पसरा मातम

टोडा अहतमाल के रहने वाले शारिक की मौत पर शोक पंसरा है. 17 वर्षीय शारिक के परिवार में विधवा मां और एक भाई और पांच बहनें हैं. ऐसे में उसके परिवार का पालन पोषण कौन करेगा. उसकी जम्मू में बम धमाके में मौत हो गई थी.

शारिक की मौत
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Published : Mar 8, 2019, 10:57 PM IST

रुड़कीः कल जम्मू में बम धमाके में हुई रुड़की के टोडा अहतमाल के रहने वाले शारिक की मौत हो गयी थी. जिसके बाद आज उसका शव उसके गांव पहुंचा. वहीं उसके परिवार के लोगों का रो रो कर बुरा हाल है. शारिक की मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है.शारिक के शव की गांव में पहुंचने की खबर लगते ही लोगों का हुजूम शारिक के घर की ओर पहुंचने लगा. गांव के लोगों का कहना है कि शारिक मेहनत मजदूरी कर अपना व परिवार का पेट भरता था.

शारिक के परिवार में विधवा मां और एक भाई और पांच बहनें हैं. ऐसे में उसके परिवार का पालन पोषण कौन करेगा. वहीं ग्रामीणों ने सरकार से शारिक के परिजनों को उचित मुआवजे देने की मांग की है. परिवार में से एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की है.

जम्मू में बम धमाके में जान गंवाने वाले 17 वर्षीय शारिक की मौत पर उसके गांव में शोक की लहर दौड़ गई

मुआवजे की मांग कर रहे लोगों की सूचना पुलिस प्रशासन को मिली तो उनके हाथ पैर फूल गए. जिसके बाद मौके पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट और सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस के साथ-साथ सीओ रुड़की भी पहुंचे. कड़ी मशक्कत के बाद ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने राज्य सरकार की ओर से पांच लाख का मुआवजा देने की बात कही.

रुड़कीः कल जम्मू में बम धमाके में हुई रुड़की के टोडा अहतमाल के रहने वाले शारिक की मौत हो गयी थी. जिसके बाद आज उसका शव उसके गांव पहुंचा. वहीं उसके परिवार के लोगों का रो रो कर बुरा हाल है. शारिक की मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है.शारिक के शव की गांव में पहुंचने की खबर लगते ही लोगों का हुजूम शारिक के घर की ओर पहुंचने लगा. गांव के लोगों का कहना है कि शारिक मेहनत मजदूरी कर अपना व परिवार का पेट भरता था.

शारिक के परिवार में विधवा मां और एक भाई और पांच बहनें हैं. ऐसे में उसके परिवार का पालन पोषण कौन करेगा. वहीं ग्रामीणों ने सरकार से शारिक के परिजनों को उचित मुआवजे देने की मांग की है. परिवार में से एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की है.

जम्मू में बम धमाके में जान गंवाने वाले 17 वर्षीय शारिक की मौत पर उसके गांव में शोक की लहर दौड़ गई

मुआवजे की मांग कर रहे लोगों की सूचना पुलिस प्रशासन को मिली तो उनके हाथ पैर फूल गए. जिसके बाद मौके पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट और सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस के साथ-साथ सीओ रुड़की भी पहुंचे. कड़ी मशक्कत के बाद ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने राज्य सरकार की ओर से पांच लाख का मुआवजा देने की बात कही.

Intro:रुड़की स्लग- शारिक का शव पहुचा गाव एंकर- कल जम्मू में हुए बम धमाके में हुई रुड़की के टोडा अहतमाल के रहने वाले शारिक की मौत हो गयी थी जिसके बाद आज उसका शव उसके गांव पहुचा जिसके बाद परिजनों में गमगीन माहौल था वही उसके परिवार के लोगो का रो रो कर बुरा हाल है तो जिसको भी शाकिर के शव की गांव में पहुचने की खबर लगी लोगो का जमावड़ा शारिक के घर की और पहुचने लगा वही लोगो मे शारिक के परिवार के लोगो के प्रति अलग अलग तरह की सहानुभूति है साथ सी साथ गांव के लोगो का कहना है की शारिक अपनी मेहनत मजदूरी कर अपना व अपने परिवार के लोगो का पेट भरता था शारिक के परिवार में समी विधवा मा और एक भाई तो वही पांच बहनो का कोन पालन पोषण करेगा किस तरह से इसके परिवार के लोगो की देखभाल करेगा वही ग्रामीणों का कहना है के सरकार की और से शारिक के परिजनों को उचित मुआवजे की भी मांग की जा रहा है और परिवार में से एक सदस्य को सरकारी नोकरी भी दी जानी चाहिए मुआवजे की मांग कर रहे मुआवजे की मांग कर रहे लोगो की सूचना पुलिस प्रशासन को मिली तो उसके हाथ पैर फूल गए जिनके बाद मौके पर जॉइंट मजिस्ट्रेट और सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस के साथ साथ सीओ रुड़की भी मौके पर पहुचे कड़ी मशक्कत के बाद जॉइंट मजिस्ट्रेट ने राज्य सरकार की और से पांच लाख रुपये के मुआवजे की बात कही वही केंद्र सरकार कोई भी पत्र लिखकर मुआवजे की धन राशि बढ़ाने की मांग की जाएगी वही जम्मू सरकार से भी जो मदद परिवार को मिल पाएगी उसके लिए भी प्रयास किए जाएंगे परिवार के लोगो ने मुआवजे की राशि को कम बताया परिवार की मांग है कि मुआवजे की राशि को बढ़ाना चाहिए बाइट- निकिता खंडेलवाल-जॉइंट मजिस्ट्रेट रुड़की बाइट- फुरकान अहमद- कलियर विधायक कांग्रेस बाइट- इसरार- मर्तक शाकिर का मामला


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