लक्सर: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के सांसद रहे काजी रशीद मसूद के हिंदू समर्थकों ने उनके निधन के बाद हिंदू रीति रिवाज से उनकी रश्म-पगड़ी की. सहारनपुर जिले के गांव बिलासपुर में किए गए इस कार्यक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. देवबंदी उलेमाओं ने इस्लाम के विरुद्ध बताया है.
बता दें देवबंद सहारनपुर लोकसभा से 8 बार सांसद और एक बार राज्यसभा सांसद रहे काजी रशीद मसूद का अभी कुछ दिन पहले ही लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया था. आज उनके हिन्दू धर्म के समर्थकों ने बिलासपुर गांव में हिन्दू रीति रिवाज व मंत्रोचार के साथ रश्म-पगड़ी और तेहरवीं कार्यकम किया. जिसमें पंडितों ने मंत्रोचारण के साथ रश्म को पूरा किया था. इस दौरान काजी रसीद मसूद के बेटे शादान मसूद को भी पगड़ी पहनाई गयी.
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तेरहवीं कार्यक्रम में काजी रसीद मसूद के भतीजे पूर्व विधायक इमरान मसूद के साथ कई कांग्रेसी नेता एवं कई समर्थक भी मौजूद रहे. इस कार्यक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है है. पूर्व मंत्री के इस तेरहवीं कार्यक्रम को लेकर देवबंद के उलेमाओं ने कड़ा ऐतराज जताया है.
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देवबंद के उलेमा मुफ़्ती असद कासमी का कहना है कि पूर्व सांसद एवं मंत्री काजी राशिद मसूद के इंतकाल के बाद जो तेहरवीं का कार्यक्रम किया गया, इस्लाम इसकी कतई इजाजत नहीं देता.