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हरिद्वार में डंपर चालक और फॉरेस्टर की बहस का वीडियो वायरल, रिश्वत मांगने का आरोप

सोशल मीडिया पर वन विभाग हरिद्वार के एक फॉरेस्टर के साथ डंपर ड्राइवर की बहस का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. वाहन चालक फॉरेस्टर द्वारा रेत से भरी उसकी गाड़ी रोकने पर गुस्से में है. वाहन चालक का साफ कहना है कि उसने रिश्वत का पैसा रेंजर को पहुंचा दिया है तो फॉरेस्टर की कैसे हिम्मत हो गई उसकी गाड़ी को रोकने की.

Haridwar video
हरिद्वार वायरल वीडियो
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Published : Dec 9, 2022, 8:57 AM IST

हरिद्वार: जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में गंगा ही नहीं सूखी नदियों से भी रेत और बजरी का जमकर खनन होता है. इसमें कुछ खनन तो सरकारी अनुमति से होता है. जबकि अधिकतर खनन का काम नंबर दो में ही संचालित होता है. अक्सर संबंधित विभाग के अधिकारियों पर अवैध उगाही के आरोप भी लगते रहते हैं. इसी तरह का एक वीडियो हरिद्वार में सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.

फॉरेस्टर से ड्राइवर की बहस का वीडियो वायरल: वायरल वीडियो बहादराबाद थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है. इसमें फॉरेस्टर ओपी सिंह एक खनन सामग्री से भरे छोटे डंपर को रोक कर खड़े हैं. डंपर चला रहा चालक पहले तो गाड़ी में बैठकर ही फॉरेस्टर के साथ जमकर बदसलूकी करता है. फिर डंपर से उतर कर फॉरेस्टर से जमकर बहस करता है. वायरल वीडियो में वाहन का चालक फॉरेस्टर को साफ कहता है कि उसने हर महीने देने वाले पैसे के बाद ही काम को किया है.

डंपर चालक और फॉरेस्टर की बहस का वीडियो वायरल

डंपर चालक ने लगाया उगाही का आरोप: चाहे तो फॉरेस्टर अपने रेंजर से इस बारे में पूछ सकता है कि उसे ₹5000 महीना दिया जा रहा है या नहीं. वाहन चालक का आरोप है कि फॉरेस्टर बिना नंबर प्लेट की गाड़ी से घूम कर इसी तरह लोगों से पैसे की उगाही करता है. इस बवाल के बाद फॉरेस्टर द्वारा वाहन को फिलहाल सीज कर दिया गया है. यह वायरल वीडियो 30 नवंबर का बताया जा रहा है. इस वायरल वीडियो के बाद वन प्रभाग हरिद्वार में हड़कंप मचा हुआ है.

क्या कहता है चालक: खनन सामग्री सप्लाई करने का काम करने वाले इलियास नाम के ड्राइवर का कहना है कि जंगलात के अधिकारियों कर्मचारियों ने उन्हें बहुत परेशान कर रखा है. खनन सामग्री लाने के लिए वह न केवल उसका बिल कटवाते हैं, बल्कि पूरी रॉयल्टी और टैक्स का भी भुगतान करते हैं. बावजूद इसके वन प्रभाग के कर्मचारी उनसे अवैध वसूली करते हैं. लगातार बंधा महीना देने के बाद भी उन्हें जगह-जगह परेशान किया जाता है. एक गाड़ी से ये लोग ₹5000 हर महीने लेते हैं. इलाके में 50 से अधिक वाहन लगातार चल रहे हैं. ये गाड़ियां नंबर 1 में रेत आदि लेकर आती हैं. यदि इनको पैसा नहीं दिया जाता तो यह वाहन को कोई भी धारा लगाकर बंद कर देते हैं. तब तक वाहन को नहीं छोड़ते जब तक इनकी जेब गर्म न की जाए. रेंजर को महीने का पैसा दिया जा चुका है, लेकिन दोबारा पैसे मांगने पर न दिए जाने पर अब मेरा वाहन पिछले 1 हफ्ते से शीज किया हुआ है.
ये भी पढ़ें: हरिद्वार के आधार केंद्रों में चल रहा अवैध वसूली का 'खेल', वीडियो वायरल

क्या कहता है फॉरेस्टर: बहादराबाद क्षेत्र के फॉरेस्टर का कहना है कि 30 नवंबर को रोशनाबाद क्षेत्र से रेत लेकर आ रहे एक चालक को रोका गया. जब कागज चेक किए गए तो उसके पास इस संबंध में कोई कागज ही नहीं थे. उसने साफ कहा कि चालक पैसे लेने के झूठे आरोप लगा रहा है. अब हमने उसका वाहन सीज कर दिया है. ईटीवी भारत इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.

हरिद्वार: जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में गंगा ही नहीं सूखी नदियों से भी रेत और बजरी का जमकर खनन होता है. इसमें कुछ खनन तो सरकारी अनुमति से होता है. जबकि अधिकतर खनन का काम नंबर दो में ही संचालित होता है. अक्सर संबंधित विभाग के अधिकारियों पर अवैध उगाही के आरोप भी लगते रहते हैं. इसी तरह का एक वीडियो हरिद्वार में सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.

फॉरेस्टर से ड्राइवर की बहस का वीडियो वायरल: वायरल वीडियो बहादराबाद थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है. इसमें फॉरेस्टर ओपी सिंह एक खनन सामग्री से भरे छोटे डंपर को रोक कर खड़े हैं. डंपर चला रहा चालक पहले तो गाड़ी में बैठकर ही फॉरेस्टर के साथ जमकर बदसलूकी करता है. फिर डंपर से उतर कर फॉरेस्टर से जमकर बहस करता है. वायरल वीडियो में वाहन का चालक फॉरेस्टर को साफ कहता है कि उसने हर महीने देने वाले पैसे के बाद ही काम को किया है.

डंपर चालक और फॉरेस्टर की बहस का वीडियो वायरल

डंपर चालक ने लगाया उगाही का आरोप: चाहे तो फॉरेस्टर अपने रेंजर से इस बारे में पूछ सकता है कि उसे ₹5000 महीना दिया जा रहा है या नहीं. वाहन चालक का आरोप है कि फॉरेस्टर बिना नंबर प्लेट की गाड़ी से घूम कर इसी तरह लोगों से पैसे की उगाही करता है. इस बवाल के बाद फॉरेस्टर द्वारा वाहन को फिलहाल सीज कर दिया गया है. यह वायरल वीडियो 30 नवंबर का बताया जा रहा है. इस वायरल वीडियो के बाद वन प्रभाग हरिद्वार में हड़कंप मचा हुआ है.

क्या कहता है चालक: खनन सामग्री सप्लाई करने का काम करने वाले इलियास नाम के ड्राइवर का कहना है कि जंगलात के अधिकारियों कर्मचारियों ने उन्हें बहुत परेशान कर रखा है. खनन सामग्री लाने के लिए वह न केवल उसका बिल कटवाते हैं, बल्कि पूरी रॉयल्टी और टैक्स का भी भुगतान करते हैं. बावजूद इसके वन प्रभाग के कर्मचारी उनसे अवैध वसूली करते हैं. लगातार बंधा महीना देने के बाद भी उन्हें जगह-जगह परेशान किया जाता है. एक गाड़ी से ये लोग ₹5000 हर महीने लेते हैं. इलाके में 50 से अधिक वाहन लगातार चल रहे हैं. ये गाड़ियां नंबर 1 में रेत आदि लेकर आती हैं. यदि इनको पैसा नहीं दिया जाता तो यह वाहन को कोई भी धारा लगाकर बंद कर देते हैं. तब तक वाहन को नहीं छोड़ते जब तक इनकी जेब गर्म न की जाए. रेंजर को महीने का पैसा दिया जा चुका है, लेकिन दोबारा पैसे मांगने पर न दिए जाने पर अब मेरा वाहन पिछले 1 हफ्ते से शीज किया हुआ है.
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क्या कहता है फॉरेस्टर: बहादराबाद क्षेत्र के फॉरेस्टर का कहना है कि 30 नवंबर को रोशनाबाद क्षेत्र से रेत लेकर आ रहे एक चालक को रोका गया. जब कागज चेक किए गए तो उसके पास इस संबंध में कोई कागज ही नहीं थे. उसने साफ कहा कि चालक पैसे लेने के झूठे आरोप लगा रहा है. अब हमने उसका वाहन सीज कर दिया है. ईटीवी भारत इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.

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